नई दिल्ली/टीम डिजिटल। पंजाब के सियासी हालात को लेकर बुधवार को कांग्रेस के कथित असंतुष्टों के समूह जी-23 के नेता कपिल सिब्बल ने नेतृत्व पर सवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि इस वक्त पार्टी का अध्यक्ष नहीं है, फैसले कौन कर रहा है? इस सवाल के साथ ही उन्होंने कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुला कर पंजाब के हालात के साथ पार्टी अध्यक्ष, सीडब्ल्यूसी समेत संगठन के चुनाव पर चर्चा की मांग की। गुलाम नबी आजाद ने भी सीडब्ल्यूसी बुलाने पर जोर दिया है। सिब्बल की ओर से पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाने से कांग्रेस में अब बवाल मचा हुआ है। उनके खिलाफ प्रदर्शन भी हुआ।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू के एक दिन पहले हुए इस्तीफे के बाद बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से हुई मुलाकात ने कांग्रेस नेताओं की बेचैनी बढ़ा दी है। पार्टी के जी-23 के नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिख कर पंजाब समेत पार्टी के मौजूदा हालात पर चर्चा के लिए सीडब्ल्यूसी की बैठक तत्काल बुलाने की मांग की। वहीं वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा, ‘‘इस समय हमारे यहां अध्यक्ष नहीं है। हम जानते भी हैं और नहीं भी जानते हैं कि फैसले कौन कर रहा है।’’ इस सवाल के साथ उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाकर हालात पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराए जाने चाहिए। सवालों के जवाब में सिब्बल ने कहा कि हम ‘जी हुजूर 23’ नहीं हैं। हम अपनी बात रखते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि पार्टी में संवाद की जरूरत है। मैं उन साथियों की तरफ से बोल रहा हूं जिन्होंने पिछले साल अगस्त में पत्र लिखा था। हम अपने नेतृत्व की ओर से अध्यक्ष का चुनाव, सीडब्ल्यूसी और केंद्रीय चुनाव समिति के चुनाव कराने से जुड़े कदम उठाए जाने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं भारी मन से यह बात कर रहा हूं। मैं अपनी पार्टी को इस तरह खत्म होते नहीं देख सकता। सिब्बल ने सुष्मिता देव, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फलेरयो, जितिन प्रसाद, ज्योतिरादित्य ङ्क्षसधिया, ललितेश त्रिपाठी, अभिजीत मुखर्जी का जिक्र करते हुए गांधी परिवार पर इशारों-इशारों में कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘जो लोग इनके खासमखास थे वो छोडक़र चले गए, लेकिन जिन्हें वे खासमखास नहीं मानते वे आज भी इनके साथ खड़े हैं।’’ उन्होंने कहा कि सवाल उठता है कि ये लोग क्यों जा रहे हैं? हमें यह खुद सोचना होगा कि शायद हमारी भी कोई गलती रही होगी।
सिब्बल के सवाल पर पार्टी में मचा बवाल सिब्बल की ओर से पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए जाने के बाद पार्टी में बवाल मच गया है। एक धड़ा गांधी परिवार के बचाव में उतर पड़ा है। सबसे पहले युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्विट कर सिब्बल पर निशाना साधा और कहा कि सुनिए ‘जी हुजूर’-पार्टी की अध्यक्ष और नेतृत्व वही है, जिन्होंने आपको हमेशा संसद पहुंचाया, पार्टी के अच्छे वक्त में आपको मंत्री बनाया, विपक्ष में रहे तो आपको राज्यसभा पहुंचाया, अच्छे-बुरे वक्त में सदैव जिम्मेदारियों से नवाजा..और जब वक्त संघर्ष का आया तो...इसके बाद महासचिव अजय माकन ने कहा कि सिब्बल जैसे नेता पार्टी के उन कार्यकर्ताओं का हौसला पस्त कर रहे हैं, जो कांग्रेस की विचारधारा के साथ खड़े हैं। उन्होंने सिब्बल से अपील की कि उस पार्टी को नीचा नहीं दिखाना चाहिए, जिसने आपको राजनीतिक पहचान दी। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने सिब्बल पर निशाना साधा। वहीं, देर शाम बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता सिब्बल के आवास पर पहुंच गए और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उन्होंने हाथों में तख्ती ले रखी थी, जिस पर लिखा था गेट वेल सून सिब्बल...उन्होंने गद्दारों को पार्टी से बाहर निकालों के नारे भी लगाए।
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