Thursday, Sep 28, 2023
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रेलगाड़ी से चारधाम की यात्रा, लाइन निर्माण के लिए तेजी से चल रहा है विशेषज्ञों का जमीनी सर्वे 

  • Updated on 9/26/2021

नई दिल्ली/ अनिल सागर । उत्तराखंड में चारधाम सर्किट के प्रारंभिक अध्ययन उत्साहजनक हैं और परियोजना की व्यवहार्यता की विशेषताओं का पता लगाने के लिए सक्षम विशेषज्ञों द्वारा और अधिक सर्वेक्षण कार्य किए जा रहे हैं। इसके साथ ही उत्तराखंड में कई स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाना है ताकि उत्तराखंडवासियों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को अधिक से अधिक सुविधाएं मुहैया करवाई जा सकें। 
           रेल राज्यमंत्री श्रीमती दर्शना विक्रम जरदोश ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने राज्य में चल रही विभिन्न रेल परियोजनाओं की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल, मुरादाबाद मंडल के मंडल रेल प्रबंधक अजय नंदन और उत्तर रेलवे के अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
          रेल राज्य मंत्री ने कहा कि रेल सेक्शन्स का इलैक्ट्रिफिकेशन, पहले से मौजूद रेललाइनों का दोहरीकरण, स्टेशन पुनर्विकास योजनाएं और नई रेल लाइन परियोजनाओं को तेजी से बनाया जाए ताकि हिमालय की भूमि वाले इस राज्य में विभिन्न स्थानों के लिए रेल संपर्क से लोगों की यात्रा  अधिक सुरक्षित, किफायती और आरामदायक हो। रेलवे हर मौसम में उपलब्ध रहने वाली पर्यावरण अनुकूल आदर्श जन परिवहन प्रणाली साबित होगी यह उम्मीद जताते हुए उन्होने कहा कि इससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और लोगो को रोजगार, विपणन और व्यापार के अवसर उपलब्ध होंगे।
          ऋषिकेश के समीप ऋषिकेश-कर्णप्रयाग परियोजना स्थल का भी रेल राज्यमंत्री ने दौरा किया और टनल बोरिंग का काम देखा। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग ब्रॉडगेज रेल लाइन पर कार्य की स्थिति की समीक्षा करते हुए रेल राज्यमंत्री ने कहा कि यहां काम चल रहा है और इसे समय से पहले पूरा करने की कोशिश की जाएगी। उन्होने कहा कि रेलवे यहां  रेल परियोजना के साथ-साथ सड़कों के निर्माण का कार्य भी कर रही है जिससे पहाड़ी क्षेत्रों के कई अनेक दूर-दराज के गांवों को रेल संपर्क मुहैया हो। 

चारधाम परियोजना, लक्ष्य व स्थिति...
-उत्तराखंड राज्य में रेल मार्ग द्वारा चार प्रमुख धामों, गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ को परस्पर जोडऩा
-टोही इंजीनियरिंग सर्वेक्षण करके रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी गई है
-परियोजना की व्यवहार्यता का अध्ययन करने और प्रस्तावित रेल लाइन के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे चल रहा है

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना, परियोजना एक नजर में...
-ऋषिकेश और कर्णप्रयाग के बीच नई ब्रॉडगेज रेल लाइन उत्तराखंड राज्य की एक बहुत महत्वपूर्ण विकास परियोजना है।
-ऋषिकेश-कर्णप्रयाग के बीच रेल लिंक उपलब्ध कराने का उद्देश्य उत्तराखंड के तीर्थस्थलों तक सुगम पहुंच बनाना, नए व्यापार केंद्रों को जोडऩा, पिछड़े क्षेत्रों का विकास करना और यहां की आबादी को सुविधा प्रदान करना है 
-इस रेल लिंक से यात्रा समय और लागत में कमी आने की उम्मीद है।
-इस लिंक से औद्योगिक विकास, कुटीर उद्योग, अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा व पर्यटन की संभावनाओं के अवसर उपलब्ध कराएगा
-प्रस्तावित रेल लाइन देहरादून, टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, रूद्र प्रयाग और चमौली जिलों से होते हुए देवप्रयाग, श्रीनगर, रूद्रप्रयाग, गौचर और कर्णप्रयाग जैसे महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ेगी 
 

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