Sunday, Mar 26, 2023
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कोरोना की आड़ में असम के मुख्यमंत्री ने अपने पत्नी की कंपनी को दिया पीपीई किट का टेंडर, मुख्यमंत्री

  • Updated on 6/4/2022

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने शनिवार को खबरों का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि भारत 2020 में जब कोविड महामारी से जूझ रहा था, तब असम के स्वास्थ्य मंत्री रहे हिमंत बिस्व सरमा ने अपनी पत्नी और बेटे के व्यापारिक साझेदारों की कंपनियों को पीपीई किट की आपूॢत करने के लिए ठेके दिये थे। 
    मनीष सिसोदिया ने प्रेस वार्ता कर कहा कि असम सरकार ने अन्य कंपनियों से 600 रुपये प्रति किट के हिसाब से पीपीई किट खरीदी। उन्होंने कहा कि सरमा ने कोरोना में लाभ उठाते हुए अपनी पत्नी और बेटे के व्यापारिक साझेदारों की कंपनियों को एक पीपीई किट 990 रुपये के हिसाब से तत्काल आपूॢत करने के आदेश दिए। 
       उन्होंने आरोप लगाया कि सरमा की पत्नी की फर्म चिकित्सा उपकरणों का कारोबार भी नहीं करती है। हालांकि सरमा की पत्नी की फर्म को दिया गया अनुबंध रद्द कर दिया गया था, क्योंकि कंपनी पीपीई किट की आपूॢत नहीं कर सकती थी, एक अन्य आपूॢत आदेश में उनके बेटे के व्यापारिक साझेदारों से संबंधित कंपनी को 1,680 रुपये प्रति किट की दर से दिया गया था।     
असम सरकार ने आरोपों का किया खंडन
असम सरकार ने इन आरोपों का खंडन किया है कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा का परिवार महामारी के दौरान पीपीई किट की आपूॢत में कथित कदाचार में शामिल था। हेमंत बिस्वा ने भी ट्वीट कर कहा जब असम भीषण बीमारी झेल रहा था तब मेरी पत्नी ने साहस दिखाया और 1500 फ्री पीपीई किट और एक पैसा नहीं लिया है। उन्होने दूसरे ट्वीट में कहा कि मैंने आपका दूसरा रूप तक देखा जब कई बार फोन करने पर आपने जवाब नहीं दिया और कोरेाना पीडि़त असम वासियों के शव लाने में लंबा इंतजार करना पड़ा। असम सरकार के प्रवक्ता पीयूष हजारिका ने कहा कि पीपीई किट की आपूॢत में कोई घोटाला नहीं हुआ है और मुख्यमंत्री के परिवार का कोई भी सदस्य कोविड महामारी से संबंधित किसी भी सामग्री की आपूॢत में शामिल नहीं था। 
 

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