नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। रविवार को इम्फाल एयरपोर्ट पर CSIF द्वारा UFO को देखने मामला सामने आया। जिसके बाद नागरिक उड़ान भी रोक लगा दी गई। रिपोर्ट के तुरंत बाद तत्काल भारतीय वायुसेना ने अपने दो राफेल फाइटर जेट्स UFO की खोज के लिए रवाना कर दिए। पूर्वी कमांड ने X पर लिखा कि भारतीय वायुसेना ने एयर डिफेंस रेसपॉन्स मैकेनिज्म को एक्टीवेट कर दिया है। लेकिन इन सबके बीच यह सवाल उठाता है कि क्यों UFO और एलियन को लेकर इतने एक्टिव हो जाते है? क्या होगा अगर एलियन धरती पर आएं तो। क्या है एलियन को लेकर फेक्ट? हम आपको आपको बताएगें एलियन जुड़े इन्टर्सटिंग फैक्टस।
हमारी पृथ्वी पर क्या दूसरी दुनिया या ग्रहों के लोग रहते हैं? हम सामान्य रूप से जिन्हें एलियन कहते हैं, उनके हमारे दुनिया में होने के कई दावे समय-समय पर होते रहे हैं। लेकिन इन सभी बातों का आज तक कोई स्पष्ट साक्ष्य नहीं मिला है। अमेरिका ने पिछले कुछ वर्षों में एलियन को लेकर अलग दावे किए गए।
क्या अमेरिका के पास हैं एलियन ये पूछे जाने पर कि क्या अमेरिकी सरकार को दूसरे ग्रहों पर जीवन के बारे में कोई जानकारी है, उन्होंने कहा कि अमेरिका को संभवत: 1930 के दशक से गैर-मानवीय गतिविधि या एलियन के बारे में पता है. पेंटागन ने ग्रुश के इन दावों का खंडन किया है। एक बयान में रक्षा विभाग की सू गफ ने कहा कि जांच के दौरान ग्रुश के दावों को सही साबित करने के लिए कोई जानकारी नहीं मिली है. अमेरिका के पास किसी और ग्रह के जीवन के कब्जे या रिवर्स इंजीनियरिंग के किसी प्रोग्राम के बारे में कोई तथ्य नहीं मौजूद है।
एलियन जुड़े इन्टर्सटिंग फैक्टस
वैज्ञानिकों के शोध से यह बात पता चला कि एलियन लगभग 10 हजार ई.पू. हमारी इस पृथ्वी पर उतरे थे। वो एलियन यहां सबसे पहले इंसानी कबीले के जो सरदार थे उनको ज्ञान दिया। उसके बाद उसने राजाओं को अपना संदेशवाहक बनाया।
इस एलियन के संदेशवाहकों की सूची में है- मिस्र, इंका, मेसोपोटामिया, सुमेरियन, बेबीलोनिया, माया, सिन्धु घाटी, मोहनजोदड़ो और उस समय के दुनिया की तमाम सभ्यताओं के विकास में इन एलियन का योगदान रहा है।
इन एलियनों ने ही भारत, चीन, मिस्र, इजरायल, अमेरिका और रशिया में कई ऐसे पूजा स्थल, स्मारक या अजूबे बनाए, जिसे बनाना मनुष्यों के बस की बात ही नहीं लगती
History Channel की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्राचीन सभ्यताओं के स्मारकों पर शोध करने वाले मशहूर लेखक एरिक वोन डेनीकेन की एक किताब ‘चैरियोट्स ऑफ गॉड्स’ ने लोगों की सोच को बदल दिया है।
गीजा के पिरामिडों को बनाने के लिए प्राचीन मिस्र के लोगों के पास कोई तकनीक ही नहीं थी। जरूर इन पिरामिडों एलियंस ने ही बनाया होगा।
ओरायन’ यह एक नक्षत्र है, यह एक ऐसा नक्षत्र है जिसका हमारी पृथ्वी से कोई गहरा संबंध है। इस नक्षत्र की जानकारी भारतीय, मेसोपोटामिया, मिस्र, ग्रीक, माया और इंका आदि सभ्यताओं की पौराणिक कथाओं और उन सभ्यताओं के खुदाई में मिले गए उनके तराशे गए पत्थरों पर अंकित चित्रों में इस ‘ओरायन' नक्षत्र संबंधी जानकारी मिलती है।
इन एलियंस को लेकर साल 2010 में एक खबर आई थी कि वर्ष 1948 के बाद सुदूर अंतरिक्ष में रहने वाले एलियंस ब्रिटेन और अमेरिका के परमाणु मिसाइल वाले इलाकों में कई बार मंडराए थे।
Space Researchers यानी अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के शोध में यह निष्कर्ष निकला हैं कि धरती पर दूसरे ग्रह के लोग यानी एलियंस का अस्तित्व है। ये एलियंस तकनीकी विकास में हम मनुष्यों से कहीं अधिक आगे हैं। इन एलियंस को लेकर अमेरिका में कुछ महिलाओं ने दावा किया है कि उन्होंने इन एलियंस के साथ सेक्स किया है।
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