नई दिल्ली (टीम डिजिटल): अस्पताल में लोग जीवन पाने के लिए आते हैं, लेकिन जिस अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही के कारण जीवन ही संकट में पड़ जाए, तो शायद ही कोई होगा जो उस अस्पताल की दहलीज को पार करना चाहेगा। ताजा मामला अरुणा आसफ अली अस्पताल से उजागर हुआ है। जहां एक गर्भवती महिला के इलाज में चिकित्सकों पर लापरवाही बरतने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पीडि़त परिवार ने स्थानीय थाने में शिकायत दी है।
सोनिया विहार निवासी मनोज अपनी गर्भवती पत्नी सुनीता को प्रसव के लिए 11 अगस्त को लेकर अस्पताल पहुंचे। परिजनों के मुताबिक सुनीता को लेबर रूम में ले जाया गया। कुछ देर बाद चिकित्सकों की ओर से जानकारी दी गई कि महिला की नार्मल डीलिवरी हुई है, लेकिन कुछ मिनट बीतने के बाद ही लेबर रूम से एक कर्मचारी आया और उसने जो जानकारी दी वह परिजनों के होश उड़ाने के लिए काफी था। पति मनोज के मुताबिक उसे बताया गया कि उसकी पत्नी को अटैक आया है और तत्काल ऑपरेशन की जरूरत है।
आनन-फानन में सभी प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया। मनोज की चाची उमा के मुताबिक इस घटना के बाद उन्हें कुछ संदेह हुआ और किसी तरह से ऑपरेशन थियेटर में दाखिल हुई तो देखा कि बच्चे और मां से जुड़ी नली को काटकर निकाला जा रहा है। परिजनों ने बताया कि दो दिन के बाद चिकित्सकों ने सच्चाई बयां की।
चिकित्सकों ने बताया कि बच्चे की नली मां के सीने में उलझ गई थी, जिसके कारण ऑपरेशन किया गया। लेकिन, महिला के गर्भाशय को निकालने की बात परिजनों के गले नहीं उतर रही। परिजनों का कहना है कि जब उन्होंने इस मामले को लेकर सवाल उठाया, तो चिकित्सकों ने दुव्र्यवहार किया और महिला को अस्पताल से बाहर करने की चेतावनी तक दे डाली।
नाराज परिजनों ने इस मामले की शिकायत स्थानीय थाने में की है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। परिवार ने मामले की जांच कर दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
'मुझे इस घटना की जानकारी है। नार्मल डीलीवरी के दौरान महिला का बहुत ज्यादा रक्त बह गया था। जिसके लिए तत्काल सभी जरूरी उपाय किए गए। महिला को सीटी स्कैन के लिए ट्रॉमा सेंटर भेजा जा रहा है। अस्पताल की ओर से मरीज को सुरक्षित करने के लिए सभी संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, सभी विशेषज्ञों को भी तैनात किया गया है। परिजनों के आरोप निराधार हैं। पुलिस जांच कर रही है, शीघ्र हकीकत सामने होगी।'
-डॉ. एसके बंसल, चिकित्सा अधीक्षक
ओडिशा : कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर में पटरी से उतरी, 50 की मौत, 350...
अंकिता भंडारी के परिजन ने की हत्याकांड की पैरवी कर रहे विशेष लोक...
हरियाणा : पुरानी पेंशन की बहाली के लिए सरकारी कर्मचारियों का साइकिल...
विपक्षी नेताओं के खिलाफ राजद्रोह कानून का इस्तेमास करना चाहती है...
बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हुई तो किसान पहलवानों को जंतर-मंतर लेकर...
22 जून को अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री...
राजद्रोह के मामलों में सजा बढ़ाकर सात वर्ष की जाए : विधि आयोग की...
सिसोदिया को शनिवार को अपने घर पर बीमार पत्नी से मिलने की इजाजत मिली
पदक विजेता बेटियां न्याय मांग रही हैं और प्रधानमंत्री मोदी चुप हैं:...
राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष पार्टी बताया, BJP ने की...