नई दिल्ली (टीम डिडिटल): रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद इतिहास रतने वाली साक्षी मलिक आज हर किसी के दिल पर राज कर रही हैं। साक्षी आज जिस भी मुकाम पर हैं वह खुद की जी तोड़ मेहनत के कारण हैं। आज साक्षी 24 साल की हो गई है।
आइए साक्षी के सफर पर डालते हैं नजर
जन्म और बचपन
साक्षी मलिक का जन्म 03 सितम्बर 1992 को हरियाणा के रोेहतक जिले में मोखरा खास नामक गांव में हुआ था। साक्षी के जन्म के कुछ समय बाद उनकी मां सुदेश मलिक की आंगनबाड़ी में नौकरी लग गयी और पिता सुखबीर मलिक दिल्ली में बस कंडक्टर हो गये। ऐसे में समस्या आई कि साक्षी का क्या किया जाए। काफी सोच विचार के बाद साक्षी को गांव में उसके दादा-दादी के पास छोड़ दिया गया, जहां पर वह पली और बढ़ी।
दादा से ली प्रेरणा
साक्षी के दादा बदलूराम इलाके के मशहूर पहलवान थे। आसपास के इलाके में उनका बड़ा रुतबा था। उनके घर पर जो भी आता, वह ऐहतराम के साथ 'पहलवान जी, नमस्ते' कह कर उनका अभिवादन करता। यह सुनकर नन्ही साक्षी आनंद से भर जाती। धीरे-धीरे उसके मन में यह बात बैठ गयी कि अगर वह भी अपने दादा की तरह पहलवान बन जाए, तो लोग उसको भी इसी तरह से मान-सम्मान देंगे।
कुछ ऐसी हैं साक्षी
पहलवान बनने के बाद साक्षी चुप-चुप रहती है। अब गंभीर भी हो गई है। कुछ कहना हो या करना हो, वह पूरी तरह गंभीर नजर आती है। पहले ऐसी नहीं थी। बचपन में बेहद चुलबुली, नटखट, शरारती हुआ करती थी। दादी चंद्रावली की लाडली थी। पहलवान बनने के बाद वह एकदम बदल गई है।जब साक्षी तीन महीने की थी, तक नौकरी के लिए उसे अकेला छोड़ना पड़ा। वह अपने दादा बदलूराम व दादी चंद्रावली के पास मौखरा में तीन साल रही। छोटी उम्र में ही उसे काम करने का बहुत शौक था। अब भी घर आती है तो रसोई में मदद करती है।
साक्षी की प्रकि्टस
साक्षी मलिक रोजाना 6 से 7 घंटे प्रैक्टिस करती हैं।ओलिंपिक की तैयारी के लिए वे पिछले एक साल से रोहतक के साई होस्टल में रह रही थीं।उन्हें वेट मेनटेन करने के लिए बेहद कड़ा डाइट चार्ट फॉलो करना पड़ता था। कड़ी प्रैक्टिस के बावजूद वे पढ़ाई में अच्छे मार्क्स ला चुकी हैं। रेसलिंग की वजह से उनके कमरे में गोल्ड, सिल्वर व ब्रांज मेडल का ढेर लगा है।
साक्षी की शादी
हाल ही मेडल जीतकर आने के बाद एक इंटरव्यू के दौरान उन्होने ये बात कही है। वहीं, एक अखबार की खबर के मुताबिक साक्षी इसी साल अपने साथी पुरुष पहलवान के साथ शादी कर सकती हैं।
खबर के मुताबिक साक्षी ने अपने होने वाले पति का नाम नहीं बताया और न ही उन्होने उसके बारे में ज्यादा बता की है।उन्होंने कहा कि शादी हो जाने के बावजूद भी उनके खेल पर कोई असर नहीं पड़ेगा और वो अगले टोक्यो ओलंपिक के लिए जी-जान से मेहनत करती रहेगीं।
साक्षी का सफरनामा
गोल्ड- 2011, जूनियर नेशनल, जम्मू ब्रॉन्ज- 2011, जूनियर एशियन, जकार्ता सिल्वर-2011, सीनियर नेशनल, गोंडा गोल्ड- 2011, ऑल इंडिया विवि, सिरसा गोल्ड- 2012, जूनियर नेशनल, देवघर गोल्ड-2012, जूनि. एशियन, कजाकिस्तान ब्रॉन्ज- 2012, सीनियर नेशनल,गोंडा गोल्ड- 2012, ऑल इंडिया विवि अमरावती गोल्ड- 2013, सीनियर नेशनल, कोलकाता गोल्ड- 2014, देन सतलज मेमोरियल, यूएसए गोल्ड- 2014, ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी, मेरठ ब्रॉन्च-2016-रियो ओलंपिक-ब्राजील
Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
Mango Weight Loss: ऐसे करें आम का सेवन, कभी नहीं बढ़ेगा वजन
नहीं रहे कन्नड़ के मशहूर एक्टर Nithin Gopi, दिल का दौड़ पड़ने की वजह...
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रेन दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया, स्थिति का...
देश का एक ऐसा गांव जहां पैदा होते ही हो जाती है बच्चे की मौत, 500...
टाटा नेक्सन ईवी मैक्स में आया नया अपडेट, ये खास फीचर्स हुआ शामिल
रेल हादसे में 261 की मौत, राहत एवं बचाव कार्य में वायुसेना के विमान...
हाई कोर्ट से अंतरिम राहत मिलने के बाद बीमार पत्नी से मिलने पहुंचे...
ओडिशा ट्रेन एक्सिडेंट इतिहास की भीषण दुर्घटना में से एक, पढ़ें कब- कब...
BJP ने बालासोर ट्रेन हादसे के बाद शनिवार को सरकार का वर्षगांठ...
रेल मंत्री ने रेल दुर्घटना स्थल का दौरा किया, कहा- राहत एवं बचाव...