Wednesday, May 31, 2023
-->
android-was-launched-ten-years-back-with-this-smartphone

एंड्रॉयड ने किए 10 साल पूरे, इस फोन से बदल गई सबकी दुनिया

  • Updated on 9/24/2018

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। आज से 10 साल पहले टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक ऐसा बड़ा बदलाव हुआ था जिसने सभी की दुनिया बदल दी। ये बदलाव से ज्यादा एक आविष्कार था। ये था एंड्रॉयड का आविष्कार। उस समय स्मार्टफोन बाजार में ब्लैकबेरी ने धूम मचा रखी थी, वहीं नोकिया भी मजबूती से अपनी पकड़ बनाए हुए था।

एप्पल ने उससे कुछ समय पहले ही अपने आईफोन लोगों के सामने पेश किए थे। इस सब के बीच गूगल ने बाजार में फोन उतारे जिनमें उन्होंने नए एंड्रॉयड मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग किया। इसी ने पूरी दुनिया बदल दी। अगस्त 2018 में जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक एंड्रॉयड ने मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम के बाजार में 77 प्रतिशत तक अपने पैर जमाए हुए हैं।

Navodayatimes

वहीं बाजार में एप्पल के ऑपरेटिंग सिस्टम आईओएस का 21 प्रतिशत इस्तेमाल है। जनवरी 2018 में गूगल ने दावा किया था कि 2.3 बिलियन सक्रिय एंड्रॉयड ग्राहक हैं। वहीं एप्पल ने 2017 में दावा किया था कि उनके ग्राहक 1 बिलियन से ज्यादा हो गए हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि गूगल का एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम टेक्नोलॉजी के बाजार में टॉप पर है। इसी के जरिए ज्यादातर लोग ऑनलाइन कनेक्ट होते हैं। ये 23 सितंबर 2008 को एचटीसी ड्रीम या टी-मोबाइल जी1 एंड्रॉइड फोन के साथ शुरू हुआ।

Tech की दुनिया में इस हफ्ते क्या रही उथल-पुथल, एक क्लिक में पढ़ें

दुनिया के पहले एंड्रॉयड फोन के फीचर

  • उस समय ब्लैकबेरी रूस्ट बाजार पर राज कर रहा था जिस समय एचटीसी ड्रीम लॉन्च हुआ।
  • इसलिए कंपनी ने इसमें कीपैड के साथ एक स्लाइडआउट स्क्रीन डिजाइन दिया था जिससे फोन को लैंडस्केप मोड में उपयोग किया जा सके।
  • दुनिया का पहला एंड्रॉयड फोन, एंड्रॉयड 1.5 कपकेक पर चलता था जो बाद में अपडेट होकर एंड्रॉयड 1.6 डोनट हो गया।
  • इसमें टचस्क्रीन नहीं था।
  • इसमें 3.5 एमएम हेडफोन जैक भी नहीं था।
  • यहां तक की उस समय कोई गूगल प्ले स्टोर भी नहीं होता था।
  • हालांकि फोन में पहले से ही गूगल सर्च, जीमेल और गूगल मेप्स ऐप होती थी। 
  • एचटीसी ड्रीम 3.2 इंच की टीएफटी स्क्रीन के साथ 320x480 पिक्सल में ही होता था।
  • इसमें 192 एमबी रैम और 256 एमबी स्टोरेज स्पेस था।
  • वहीं माइक्रोएसडी स्लॉट के जरिए इसकी मेमोरी 8 जीबी तक बढ़ाई जा सकती थी।
  • वहीं एक जीबी माइक्रोएसडी कार्ड फोन के साथ आता था।
  • इसमें रुकी हुई तस्वीरों के लिए ऑटोफोकस के साथ केवल 3 मेगापिक्सल का कैमरा था।

Navodayatimes

आज दस साल बाद भले ही लोग इस फोन के आम से फीचर जानकर हंस रहे हों लेकिन ये हैरानी वाली बात है कि कितनी तेजी से एंड्रॉयड ने बाजार में अपनी पकड़ बना ली और मजबूती के साथ बढ़ता गया। जहां एप्पल के पास केवल आईफोन, आईपॉड और आईपैड के लिए ही आईओएस है वहीं गूगल ने डिवाइस निर्माताओं को अपने प्रोडक्ट की जरूरतों के अनुसार एंड्रॉयड में बदलाव करने के लिए प्रोत्साहित किया। 

Navodayatimes

इसी का परिणाम हम सभी को देखने को मिला। एंड्रॉयड अब माइक्रोसॉफ्ट विंडोज से भी आगे दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है। अहम ये है कि ये केवल 10 साल में ही मुमकिन हो गया।

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
comments

.
.
.
.
.