Friday, Sep 22, 2023
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DCW sent notice to the District Magistrates on the sale of acid

एसिड बिक्री पर डीसीडब्ल्यू ने भेजा जिलाधिकारियों को नोटिस

  • Updated on 8/4/2022

नई दिल्ली। टीम डिजिटल। महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ लगातार एसिड हमले की एक मुख्य वजह तेजाब की अनियंत्रित बिक्री है। जिसका प्रयोग कर आसाजिक तत्व उनके जीवन को बर्बाद कर देते हैं। राजधानी में दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) कई बार तेजाब की खुदरा बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाए जाने की सिफारिश कर चुका है लेकिन अभी भी खुले में तेजाब बेची जा रही है। जिसे लेकर डीसीडब्ल्यू ने दिल्ली के प्रत्येक जिले के जिलाधिकारियों को नोटिस जारी किया है। इसमें उन्होंने तेजाब की बिक्री पर लगाए जाने वाले जुर्माने की जानकारी मांगी है।
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डीसीडब्ल्यू ने पूछा एसिड बिक्री पर लगे जुर्माने की राशि कहां खर्च की गई
मालूम हो कि सर्वोच्च न्यायालय ने लक्ष्मी बनाम भारत संघ एवं अन्य मामले में देश में एसिड हमलों को रोकने के लिए एसिड की बिक्री को विनियमित करने के लिए केंद्र और राज्य सराकारों को निर्देश दिए हैं। इस संबंध में दिल्ली सरकार ने दिल्ली में एसिड की बिक्री को विनियमित करने के लिए एक आदेश पारित किया था जोकि किसी भी क्षेत्र के एसडीएम को आदेश के उल्लंघन के लिए 50 हजार रूपए तक का जुर्माना लगाने का अधिकार देता है। डीसीडब्ल्यू ने नोटिस में साल 2017 से लेकर अब तक एसडीएम द्वारा किए गए निरीक्षणों, लगाए गए जुर्माने की संख्या और वसूले गए जुर्माने की कुल राशि की जानकारी मांगी है। साथ ही जिला प्रशासन के पास वर्तमान में उपलब्ध जुर्माने की राशि का विवरण भी मांगा है। इसके अलावा डीसीडब्ल्यू ने जुर्माने की राशि को जमा करने और उसका उपयोग करने के संबंध में सम्बंधित नियमों व दिशानिर्देशों की जानकारी भी मांगी है। जिला प्रशासन को जुर्माने के रूप में एकत्र की गई राशि में से जनवरी 2017 से अब तक किए गए खर्च का ब्योरा उपलब्ध कराने को कहा गया है। डीसीडब्ल्यू ने जुर्माना राशि के उपयोग के लिए जिला प्रशासन द्वारा भेजे गए किसी भी लंबित प्रस्ताव की जानकारी भी मांगी है।
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एसिड अटैक जघन्य अपराध है और बेहद दुर्भाग्यपूर्ण : मालीवाल
डीसीडब्ल्यू की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा कि एसिड अटैक एक जघन्य अपराध है, और यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजधानी में एसिड की खुलेआम बिक्री हो रही है। तेजाब की खुदरा बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध समय की मांग है। डीसीडब्ल्यू इस नोटिस के माध्यम से दिल्ली में एसिड की अनियंत्रित बिक्री के साथ-साथ जिला प्रशासन की जवाबदेही तय करने की कोशिश कर रहा है। इसके अलावा एसिड बिक्री के नियमन से संबंधित आदेशों के उल्लंघन के लिए एसडीएम द्वारा एकत्र की गई जुर्माना राशि का उपयोग एसिड अटैक पीड़िताओं के पुनर्वास के लिए किया जाना चाहिए। डीसीडब्ल्यू यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि ऐसा किया जा रहा है या नहीं।

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