Saturday, Mar 25, 2023
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Will raise ground water level and supply drinking water to every household: Kejriwal

भूजल स्तर बढ़ाकर हर घर में पानी की आपूर्ति करेंगे: केजरीवाल

  • Updated on 3/19/2023

-सरकार 26 लेक और 380 वॉटर बॉडी बना रही,पानी की समस्या से निजात मिलेगी

-दिल्ली बनेगी झीलों का शहर

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार राजधानी में पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए झीलों का जीर्णोद्धार और नव निर्माण कर ग्राउंड वाटर को रिचार्ज करने पर कार्य कर रही है। इससे दिल्ली को झीलों का शहर बनाने में भी मदद मिलेगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दिल्ली के पप्पन कलां झील का दौरा किया और कहा कि दिल्ली में 26 लेक और 380 वॉटर बॉडी बना रहे हैं, जिससे जल्द ही दिल्ली को पानी की समस्या से निजात मिलेगी। 300 एकड़ पर बन रहीं 26 झीलों में 230 एमजीडी ट्रीटेड पानी डाला जाएगा।

दिल्ली सरकार एयरेटर्स लगाकर झीलों के पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ा रही है,ताकि पानी पीने लायक हो सके। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के पानी को 10 में से 10 शुद्धता तक साफ करके इसे झीलों में डाला जा रहा है। पप्पन कलां झील में इसी आधार पर 7 और 4 एकड़ के 2 कृत्रिम झीलें बनाई गई हैं। इन झीलों के अंदर एसटीपी का ट्रीटेड पानी छोड़ा जाता है। इस तरह यहां झील बनने से 2 फायदे हुए हैं। भूजल स्तर बढ़ गया और यहां झील बनने से इस क्षेत्र की खूबसूरती भी बढ़ गई है। सरकार यहां लैंडस्कैपिंग का काम करेगी और पार्क बनवाएगी। जिसमें लोग आकर प्रकृति का आनंद ले सकेंगे। सीएम केजरीवाल ने कहा कि झील के अंदर एक साल से ट्रीटेड पानी डालने से इसके आसपास के आधे किलोमीटर के क्षेत्र में भूजल का स्तर बढ़ा है। भूजल स्तर 6.25 मीटर बढ़ गया है। जबकि पहले इस क्षेत्र का भूजल स्तर 20 मीटर नीचे चला गया था। जल बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक अब इस क्षेत्र में आधे किलोमीटर दूर तक जमीन को 13 मीटर खोदने पर ही पानी उपलब्ध है।

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झीलों से रिचार्ज पानी निकाल यूजीआर तक लाया जाएगा

सीएम केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार जगह-जगह पर पीजोमीटर लगाने जा रही है। जब झीलों के आसपास पानी रिचार्ज हो जाएगा और भूजल ऊपर आ जाएगा। तब इन क्षेत्रों में ट्यूबवेल और आरओ लगाकर इस पानी को निकालकर उसे ट्रीट करके पास के यूजीआर में भेजा जाएगा। जिसे पीने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा और पूरी दिल्ली में इस पानी की आपूर्ति की जाएगी। पप्पन कलां के आसपास के क्षेत्र में ट्यूबवेल लगने चालू हो गए हैं और आरओ के प्लांट भी सितंबर माह तक लग जाएंगे। इसके बाद यहां का पानी पीने में इस्तेमाल किया जा सकता है। 

 

 

 

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