Tuesday, Sep 26, 2023
-->
india china clash indian army pok pla loc sobhnt

भारत को घेरने के लिए चीन कर रहा है पाक की मिसाइल साइट्स बनाने में मदद

  • Updated on 10/9/2020

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। लद्दाख (Ladakh) में भारत-चीन (India China Clash) सेना के बीच महौल तनावपूर्ण करने वाला चीन अब पाकिस्तान के साथ मिलकर पीओके के इलाके में साजिश रच रहा है। चीन जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल साइट्स के निर्माण में पाकिस्तान की मदद कर रहा है। खुफिया एजेंसियों ने यह जानकारी दी है।  

Coronavirus Live: बिहार में कोरोना के 1300 से ज्यादा नए केस, सक्रिय मामलों की संख्या 12 हजार पार

एजेंसियों ने किया दावा
खुफिया एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि चीन एलओसी के पार कई स्थानों पर तीन की मद्द से सैन्य बुनियादी ढांचा स्थापित करने के लिए बुहत सारी निर्माण गतिविधियां देखी गई हैं। चीनी सेना के अधिकारी इन गतिविधियों की देखरेख कर रहे हैं। खुफिया रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन के अधिकारी पाकिस्तान की मदद कर रहे हैं।  

उद्धव सरकार को केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने बताया अमर, अकबर, एंथनी, कहा- अपने आप गिर जाएगी 

वायुसेना चीफ ने कही थी बड़ी बात
इससे पहले पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में पिछले काफी समय से भारत-चीन के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है। ऐसे में दोनों देश एक दूसरे के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए सीमा पर अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा रहे हैं। इसी बीच वायुसेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया (RKS Bhadauria) का बड़ा बयान सामने आया है, उन्होंने कहा है कि भारत दोनों फ्रंट पर युद्ध लड़ने के लिए तैयार है।

हाथरस मामले में सरकार का आरोप, दंगे के लिए बनाई बेवसाइट, पूरे प्रदेश को अशांत करने की साजिश 

पाकिस्तान और चीन के साथ युद्ध लड़ने को तैयार
वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा है कि भारतीय वायुसेना पाकिस्तान और चीन दोनों के साथ एक साथ युद्ध लड़ने के लिए तैयार है। वह कहते हैं हमारी सेना हर मोर्चे पर दुश्मन सेना के खिलाफ बीस साबित होगी। चीन तवान पर उन्होंने कहा है कि इसका फायदा पाकिस्तान उठाने में लगा हुआ है। 
 

यहां पढ़ें अन्य महत्वपूर्ण खबरें-

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।

comments

.
.
.
.
.