Saturday, Dec 09, 2023
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Playing with Sikh religious sentiments in Pakistan, non-veg party in Kartarpur Sahib complex

PAK में सिख धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़, करतारपुर साहिब परिसर में की नॉनवेज पार्टी

  • Updated on 11/20/2023

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। पाकिस्तान में सिख सुमदाय की भावनाओं से खिलवाड़ का मामला सामने आया है। यहां सिखों के पवित्र स्थल करतारपुर साहिब के गुरुद्वारे की दर्शनी ड्योढ़ी से महज 20 फीट की दूरी पर शराब और नॉनवेज पार्टी की गई है। इस पार्टी के कई वीडियो भी सामने आए हैं। सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े एक सूत्र ने दावा किया है कि दरबार साहिब परिसर में तीन घंटे चली पार्टी रात 8 बजे शुरू हुई थी।

इस पार्टी में पुलिस आयुक्त समेत 80 से अधिक लोगों ने लिया हिस्सा
इस पार्टी में नरोवाल जिले के पुलिस आयुक्त मोहम्मद शाहरुख, पुलिस अधिकारियों समेत विभिन्न समुदायों के 80 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। पार्टी में पीली पगड़ी पहने सिख रमेश सिंह अरोड़ा भी मौजूद थे, जो नारोवाल के पूर्व एमपीए और करतारपुर कॉरिडोर के राजदूत हैं। इतना ही नहीं करतारपुर साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी गोबिंद सिंह भी इस पार्टी में शामिल हुए थे। पाकिस्तान में हुई इस ओछी हरकत को लेकर सिख समुदाय में रोष और गुस्सा है।

भाजपा नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने करतारपुर गुरुद्वारा प्रशासन पर करतारपुर साहिब परिसर में डांस और नॉनवेज पार्टी करके मंदिर को अपवित्र करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि इस पार्टी को करतारपुर साहिब कॉरिडोर के प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट के सीईओ सैयद अबू बकर कुरेशी ने आयोजित किया था। इस पार्टी के वीडियोज सोशल मीडिया पर भी दिखाई दिए हैं। जिसके बाद सिख समुदाय गुस्सा में है।

तुरंत की जाए कार्रवाई
एक्स पर पार्टी के वीडियो से कुछ तस्वीरें पोस्ट करते हुए, बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ गहन और त्वरित कार्रवाई के लिए पाकिस्तान सरकार को तत्काल बुला रहा हूं। पाकिस्तान सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों की आस्था को कमतर नहीं आंकना चाहिए। पीएमयू करतारपुर कॉरिडोर के सीईओ सैयद अबू बकर कुरेशी द्वारा गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब परिसर में नॉनवेज पार्टी का आयोजन करने से गहरी निराशा हुई। दुनिया भर में सिख समुदाय उस पवित्र स्थल के इस अपमान से दुखी महसूस कर रहे हैं, जहां गुरु नानक देव जी ने अपनी अंतिम सांसें ली थीं। में इस संबंध में पाकिस्तान सरकार से त्वरित जवाबदेही और कार्रवाई की मांग करता हूं।"

सिरसा ने सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट में पाकिस्तान सरकार से अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के लिए कहा है। सिरसा ने कहा, "में गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के पवित्र परिसर के भीतर हुई अपवित्र घटना की कड़ी निंदा करता हूं। यह विशेष रूप से इसलिए भी निराशाजनक है क्योंकि करतारपुर गुरुद्वारा समिति प्रशासन भी इसमें शामिल था।"

क्या है करतारपुर साहिब?
करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को गुरुद्वारा दरबार साहिब के नाम से जाना जाता है। ये सिखों का प्रमुख धार्मिक स्थल है, क्योंकि यहां गुरु नानक देव ने अपने जीवन के आखिरी वर्ष बिताए थे। यहां नानक जी ने 16 सालों तक अपना जीवन बिताया था। बाद में इसी जगह पर गुरु नानक देव ने अपनी देह त्यागी। जिसके बाद यहां गुरुद्वारा दरबार साहिब बनाया गया।

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