
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को ट्रैक्टर चलाकर संसद भवन पहुंचे। राहुल गांधी जो ट्रैक्टर चला रहे थे उस पर उनके साथ राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, प्रताप सिंह बाजवा और पार्टी के कुछ अन्य सदस्य बैठे थे।

देश में कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। सरकार ने अपनी तरफ से कई दौर की वार्ता करन के बाद किसानों के मुद्दे को सुलझा नहीं पाए हैं। ऐसे में आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के सामने अपनी बात रखी है...

6 फरवरी को एक बार फिर दिल्ली में बड़ी हिंसा की तैयारी का बड़ा प्लान है। यही नहीं, इसकी आड़ में देश में कई जगहों पर उपद्रव की भी आशंका जताई गई है। देश भर में चक्काजाम से पहले मिले इंटेलिजेंस इनपुट ने सुरक्षा एजेंसियों को सकते में डाल दिया है।

तीन कृषि कानूनों (Agriculture bill) को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। दिल्ली की सीमा पर यह किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस आंदोलन के दौरान के दौरान कई किसानों की जान भी गई है...

धीरे-धीरे साल का अंत होने पर आ गया है। ऐसे में हम अपने सफरनामे में राजनीति से जुड़े सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। ऐसे में इस लेख में हम चर्चा करने वाले हैं कि कैसे इस साल देश के संसद में मोदी सरकार को इन बिलों के पेश करने के दौरान भारी विरोध का सामना करना पड़ा था...

केंद्र के तीन कृषि कानून के साथ-साथ बिजली कानून में प्रस्तावित संशोधन का विरोध कर रहे हैं। इस बिल का किसानों के साथ-साथ देश का पूरा विपक्ष कृषि बिल का विरोध कर रहा है...

मनुष्य इतिहास बनाता है, इतिहास लिखता भी है परन्तु एक विचारक के अनुसार मनुष्य इतिहास से यही सीखता है कि मनुष्य इतिहास से कुछ भी नहीं सीखता। यदि सीखने का प्रयत्न किया जाए तो बहुत-सी समस्याओं का समाधान हो जाए।
भारत कृषि प्रधान देश है।