
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के रोवर ''पर्सिवियरन्स'' के शुक्रवार तड़के मंगल ग्रह की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुंसधान संगठन (इसरो) के प्रमुख के. सिवन ने देर शाम कहा कि ''लाल ग्रह'' के लिए भारत का मंगलयान-2 एक ''ऑर्बिटर'' होने की संभावना है...

अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के वैज्ञानिकों ने चांद पर पानी मिलने का दावा किया है। नासा के वैज्ञानिकों ने चांद पर ‘मॉलिक्यूलर वाटर’ होने के सबूत पेश किए हैं।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) प्रमुख के सिवन (K Sivan) ने नए साल के इस खास अवसर पर देशवासियों के सामने 2019 की उपलब्धियां और 2020 के टारगेट के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि सरकार ने चंद्रयान-3 (Chandrayan-3) को मंजूरी दे दी है...

विज्ञान जगत में भारत (India) ने इस साल कई रहस्यों से पर्दा हटाया। साल के दूसरे हिस्से में तो हमारी चांद से ऐसी ठनी कि साल के अंत तक प्रतिद्वंद्वता चलती रही। चांद के अनछुए हिस्से में उतरकर एक लंबी छलांग लगाते समय भले ही हमारे चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) का विक्रम लैंडर (Vikram Lander) बेताल की तरह गाय

अमेरिकी स्पेस रिसर्च एजेंसी (NASA) ने विक्रम लैंडर (Vikram Lander) के मलवे के पाए जाने की पुष्टि करते हुए एक बयान जारी कर दिया है। जब चांद के साउथ पोल की तस्वीरे जारी की तब चेन्नई के इंजीनियर शानमुगा सुब्रमण्यन (Shanmuga Subramanian) ने इन तस्वीरों पर जमकर मेहतन की और दुर्घटनाग्रस्त हुए चंद्रयान-2 क

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने गुरुवार को कहा कि भारत अगले साल संभवत: नवंबर में एक बार फिर चंद्रमा पर ''सॉफ्ट लैंडिंग'' का प्रयास कर सकता है। उल्लेखनीय है कि दो महीने पहले सात सितंबर को चंद्रमा पर ''सॉफ्ट लैंडिंग'' का देश का प्रयास विफल हो गया था...