
गुजरात उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को विजय रूपाणी सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि राज्य कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में ‘सुनामी’ का

गुजरात में बीते एक सप्ताह से शमशानों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है, जिसके चलते कोविड-19 या अन्य रोगों के कारण जान गंवाने वाले लोगों के संबंधियों को उनके अंतिम संस्कार के लिये घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि हिंदू धर्म में आमतौर पर सूरज

दिल्ली हाईकोर्ट ने घर-घर जाकर कोरोना टीकाकरण करवाने की मांग करने वाली जनहित याचिका को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही कोर्ट ने याचिकाकर्ता को लताड़ भी लगाई है। कोर्ट ने कहा है कि याचिकाकर्ता को कोरोना की स्थिति को लेकर कोई भी गंभीर जानकारी नहीं है। उसने केवल पब्लिसिटी के लिए ये याचिका दाखिल की थी