
केदारनाथ व ईशानेश्वर मंदिर के शीर्ष पर स्थापित होंगे स्वर्ण कलश

केदारनाथ धाम के कपाट खुले, भीषण ठंड के बावजूद पहुंचे हजारों श्रद्धालु

जय बाबा केदार के उद्घोषों और हजारों श्रद्घालुओं की मौजूदगी में भोरकाल के ब्रह्ममुहूर्त में बाबा केदार के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। जिसके बाद आगामी ग्रीष्मकाल में 6 माह के लिए बाबा की नित्य पूजा अर्चना धाम में होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को निर्धारित कार्यक्रम के तहत बद्रीनाथ धाम पहुंचे। जहां उन्होंने बद्रीनाथ मंदिर पहुंचकर भगवान नारायण की पूजा कर विश्व कल्याण की मनौती मांगी। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित माता लक्ष्मी की भी पूजा अर्चना की

केदारनाथ से पांच किलोमीटर ऊपर चौराबाड़ी ताल के पास ग्लेशियर के कैचमेंट में एवलॉन्च टूटने से एक बार फिर केदारनाथ आपदा की याद दिला दी है। हालांकि यहां ग्लेशियर छोटा होने से नुकसान नहीं हुआ। किन्तु यह मंजर भारी बर्फबारी होने के बाद होता तो, केदारनाथ में फिर नुकसान होने की संभावना हो सकती थी।

बीते सालों की अपेक्षा इस वर्ष चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में यात्रियों के आने की सम्भावना है। इस संबंध में चारधाम यात्रा व्यवस्था से जुड़े रेखीय विभागों को आपसी समन्वय के साथ अप्रैल तक समुचित व्यवस्थाएं बनाने के निर्देश दिए।