
केंद्रीय बजट में ऑटो सेक्टर को क्या-क्या सौगात दी है आइए जानते हैं।

भारत में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कराधान प्रणाली को सरल और युक्तिसंगत बनाने की जरूरत है, ताकि वैश्विक निवेशकों का भरोसा हासिल करने के साथ प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बढ़ाया जा सके। आम बजट पेश किए जाने से पहले अमेरिका स्थित एक अग्रणी पैरोकारी समूह ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से यह अनुरोध किया

भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पास पी. चिदम्बरम जैसी विदेशी डिग्री तो नहीं है, लेकिन कोरोना महामारी के बीच लाया गया आम बजट 2022-23 कांग्रेस द्वारा 2007-08 के वैश्विक वित्तीय संकट के वक्त पेश किए गए बजट से 100 गुना बेहतर है। उन्होंने कहा कि इस बजट क

बजट 2022 में शिक्षा क्षेत्र के लिए कई सौगातें दी गईं। पहली सौगात यह कि शिक्षा बजट को 11 हजार करोड़ रुपए बढ़ाया गया है। जोकि पूर्व बजट से 12 फीसद अधिक है। 2021 में जहां यह बजट 88 हजार करोड़ के आसपास था। जबकि 2022 में शिक्षा बजट को बढ़ाकर 1 लाख 4 हजार 277 करोड़ रुपए कर दिया गया है।

कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन ने केंद्र सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में बच्चों से संबंधित कार्यक्रमों और योजनाओं के मद में कटौती करने पर चिंता जाहिर की है। पिछले वर्ष बच्चों के मद में कुल बजट का 2.46 फीसद धन आवंटित किया गया था। जबकि 2022-23 में यह घटकर 2.35 फीसद रह गया है।

देश में प्रति वर्ष पेश होने वाले बजट को लेकर हर क्षेत्र में जुड़े हितधारकों को तमाम उम्मीदें होती हैं। शिक्षा जगत भी कोरोना महामारी के कारण बीते 2 वर्षों में लगातार नए बदलावों से गुजरता रहा है। जिनका हवाला देते हुए शिक्षाविदें ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से शिक्षा क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने की

भारतीय अर्थव्यवस्था में 2021-22 में 9 फीसद और 2022-23 यानि चालू वित्त वर्ष में 9.2 फीसद की वृद्धि अनुमानित है। हालांकि पिछली आर्थिक समीक्षा में जो डेटा दिया गया था, वह 11 फीसद वृद्धि के अनुमान का था। लेकिन अर्थव्यवस्था की स्थिति की जानकारी देने और नीतिगत नुस्खे सुझाने के लिए केंद्रीय बजट से पहले दी