
किसान आने वाले चुनावों में अहम किरदार निभाने जा रहा है। इससे कोई भी पार्टी इंकार नहीं कर सकती। खासतौर पर सत्तारूढ पार्टी भाजपा के लिए किसानों को अपने साथ बनाए रखने की चुनौती है। इसलिए मंगलवार को भाजपा ने ट्रैक्टर रैली निकाल कर किसानों को जोडऩे की कोशिश की। कुछ वक्त पहले तक कृषि कानूनों के लिए सफाई द

सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने की औपचारिक शुरूआत बुधवार को कर दी। जिन कानूनों की वापसी को लेकर किसान लगभग 1 साल से धरना दे रहे हैं। उन कानूनों की वापसी ने भी किसानों को संतुष्ट नहीं किया है। सयुंक्त किसान मोर्चा ने बुधवार को सरकार के कानून वापसी के कदम को स्वागत योग्य तो बताया। लेकिन साथ में यह

पंजाब सरकार ने इस साल गणतंत्र दिवस पर केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर मार्च के हिंसक होने के बाद दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 83 लोगों को मुआवजे के रूप में दो लाख रुपये देने का फैसला किया है।

किसान मार्च : दिल्ली पुलिस ने सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी की

नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को 7 महीने पूरे हो चुके हैं। ऐसे में आज शनिवार 26 जून को किसान एक बार फिर से अपना आंदोलन तेज करते हुए ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं। इस रैली में लाखों किसानों के पहुंचने का दावा किया जा रहा है...