महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि शिवसेना के बागी विधायकों की अयोग्यता पर उच्चतम न्यायालय का फैसला पहले आना चाहिए और उसके बाद निर्वाचन आयोग को इस पर निर्णय लेना चाहिए कि मूल पार्टी किसकी है। उद्धव से संवाददाता सम्मेलन में सव
आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मुंबई में विलवणीकरण संयंत्र की योजना ‘‘एक घोटाला और एक जनसंपर्क (पीआर) ढोंग’’ है। ‘आप’ ने इस परियोजना पर तत्काल रोक लगाए जाने की मांग की। पार्टी ने एक बयान में आरोप लगाया कि महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में शुक्रवार को हनुमान चालीसा को लेकर राजनीति तब गर्मा गई जब राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के कारणों के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कि
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे को कथित तौर पर धमकी देने वाले एक व्यक्ति को मुंबई पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया। इसके बाद राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि विधायकों एवं अन्य को धमकी की घटनाओं की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन
IP विवि कैंपस के उद्घाटन में ‘मोदी', ‘मोदी' के नारे लगे, केजरीवाल...
कोर्ट शूटआउटः घायल बच्ची और सिपाही से मिलने अस्पताल पहुंचे CM योगी
भारत किसी दबाव, गलत विमर्श से प्रभावित नहीं होता: विदेश मंत्री जयशंकर
गोवा से पुर्तगाली शासन के निशान मिटाने की जरूरतः मुख्यमंत्री सावंत
RBI ने रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर कायम रखा, वृद्धि दर के अनुमान में भी...