
एआईसीटीई वर्ष 2023-24 में एआईसीटीई 15 भारतीय भाषाओं में तृतीय वर्ष की पुस्तकों को उपलब्ध कराने की दिशा में अग्रसर है। साथ ही साथ भारतवर्ष के सभी राज्यों में स्थित 500 इंजीनियरिंग संस्थानों में लगभग 30,000 छात्रों को भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग शिक्षा को उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा।

एआईसीटीई ने घोषणा की है कि सभी संबद्ध संस्थान प्रतिभाशाली छात्रों को 2 अतिरिक्त सीटों की पेशकश करेंगे। ये सीटें एआईसीटीई दिशानिर्देशों और मानदंडों के अनुसार असाधारण प्रतिभा से दक्ष छात्रों को दी जाएगी। तकनीकी संस्थानों में दो अतिरिक्त सीटों की स्थापना का उद्देश्य प्रतिभाशाली छात्रों को सशक्त बनाना ह

एआईसीटीई ने इंटीग्रेटेड सर्किट मैन्यूफैक्चरिंग और वीएलएसआई डिजाइन व तकनीकि नामक दो कोर्सों को मान्यता दी है। एआईसीटीई ने कहा कि नए कोर्सों को डिप्लोमा इन आईसी मैन्यूफैक्चरिंग एंड बीटेक तथा बीई इलेक्ट्रॉनिक्स इन वीएलएसआई डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी कहा जाएगा।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने छात्रों को सलाह दी है कि वो उच्च शिक्षा के लिए पाकिस्तान न जाएं। एक पत्रि के जरिए UGC और AICTE ने छात्रों को संदेश दिया है कि वो किसी भी प्रकार की डिग्री या अन्य किसी प्रकार के प्रोफेश्नल कोर्स के...

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद(एआईसीटीई) ने परास्नातक छात्रों और शिक्षकों को स्वयं ऑनलाइन कोर्सों को 12 भारतीय भाषाओं में बदलने के लिए आमंत्रित किया है। एआईसीटीई एक घंटे के कोर्स को क्षेत्रीय भाषा में अनुवाद करने के लिए छात्रों या शिक्षकों को 3500 रुपए पारिश्रमिक भी देगा।

एआईसीटीई ने इंडियन प्लंबिंग एसोसिएशन के साथ देश भर में इंजीनियरिंग और वास्तुकला संस्थानों में प्लंबिंग पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौते के अनुसार, इंजीनियरिंग, वास्तुकला या इंटीरियर डिजाइनिंग का अध्ययन करने वाले छात्र प्लंबिंग की पढ़ाई कर सकेंगे।

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने स्पष्ट किया है कि बैचलर ऑफ वोकेशन पाठ्यक्रम को इंजीनियरिंग में डिप्लोमा या इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में ‘लेटरल एंट्री’ के लिए बीएससी डिग्री के समकक्ष माना जाएगा।