
बिहार विधानसभा के साथ देश के बाकी राज्यों में हुए उपचुनाव के परिणाम कांग्रेस के लिए सबक है। पार्टी को अपनी स्थिति पर गहराई से मंथन करने की जरूरत है। यह बेहतर वक्त था, जब बिहार में कांग्रेस अपनी सियासी जमीन मजबूत कर सकती थी, लेकिन इसमें असफल साबित हुई। वहीं मध्य प्रदेश के उपचुनावों में

बिहार विधानसभा चुनाव में अपने पिता की राजनीतिक विरासत बचाने उतरे उम्मीदवारों में से राजद प्रमुख लालू प्रसाद के दोनों बेटे जहां जीतने में कामयाब रहे वहीं दिग्गज समाजवादी नेता शरद यादव की पुत्री और अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा के पुत्र को हार का सामना करना पड़ा। बिहार विधानसभा चुनाव में अपना

बिहार विधानसभा चुनाव में बेहद रोमांचक मुकाबले में मुख्यमंत्री और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राजग ने 125 सीटों पर जीत कर बहुमत का जादुई आंकड़ा हासिल कर लिया लेकिन चुनाव में बड़े उलटफेर में नीतीश सरकार के मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, सुरेश शर्मा, शैलेश कुमार, फिरोज अहमद, ब्रजकिशोर

वामपंथी दलों ने बुधवार को आरोप लगाया कि बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना के अंतिम दौर में ‘अनियमितताएं’ की गईं। उन्होंने यह भी कहा कि निर्वाचन आयोग के समक्ष उनकी तरफ से यह मुद्दा उठाया जाएगा। माकपा, भाकपा और भाकपा (माले) ने बिहार विधानसभा चुनाव में 16 सीटें हासिल कर शानदार प्रदर्शन