
खुदरा में राजधानी दिल्ली में केले की कीमतें आसमान छू रही हैं। इसकी मुख्य वजह केले की पैदावार का कम होना बताया जा रहा है। बीते दो सालों से कोरोना के चलते केला किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। उनकी फसल खेतों में ही सड़ गई थी और जो किसान केले लेकर मंडी तक पहुंचे भी तो उन्हें अपनी फसल के अच्छे दाम

आजादपुर मंडी प्रशासन द्वारा सेब का सीजन शुरू होने से पहले टिकरी में एक अस्थाई मंडी बनाने का काम किया जा रहा है। इससे जहां आजादपुर मंडी व उसके आस-पास के इलाके के लोगों को जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा, वहीं व्यापारियों को भी सहूलियत होगी। बता दें कि सेब के सीजन में रोजाना 300-400 ट्रकों की आवक से आजा

कई राज्यों में भारी बारिश व बाढ़ की स्थिति बन गई है। खासकर ये वो राज्य हैं जोकि सब्जियों के उत्पादन में अग्रणी माने जाते हैं। लगातार होने वाली बरसात व जलजमाव के चलते मंडियों में सब्जियों की आवक प्रभावित हो रही है। जिसके चलते एशिया की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी आजादपुर में हरी सब्जियों के दामों में काफी

सावन का महीना, शिवभक्ति का होता है। बड़ी संख्या में लोग व्रत रखकर अपने ईष्ट देव को मनाते हैं और उन्हें फल चढ़ाते हैं। लेकिन हर साल सावन मास में फलों के दामों में तेजी देखने को मिलती है पर इस बार व्रतधारियों के लिए राहत भरी खबर है। दरअसल एशिया की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी आजादपुर में फलों की आवक अधिक ह

बारिश से पहले ही फल-सब्जियों के दाम बढऩे लगते हैं लेकिन इस साल ऐसा नहीं होने वाला है क्योंकि एशिया की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी आजादपुर में सामान्य से अधिक आवक देखने को मिल रही है। जिससे कुछ सब्जियों को छोड़कर थोक दाम पूरी तरह स्थिर बने हुए हैं। बता दें कि जून महीने के शुरूआती 15 दिनों में फल-सब्जियों

कहा जाता है कि अगर दवा से दूरी बनानी है तो रोजमर्रा के खान-पान में मौसमी फलों का प्रयोग अधिक से अधिक करना चाहिए। मालूम हो कि फलों में कई प्रकार के विटामिन, फाइबर और खनिज तत्व पाए जाते हैं। लेकिन खुदरा में फल इतने महंगे हो चुके हैं कि अब इन पौष्टिक तत्वों से आपको दूर रहना पड़ सकता है।

कई राज्यों में लगातार होने वाली बारिश ने दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों की थाली से कई हरी सब्जियों को गायब कर दिया है। वहीं टमाटरों के लगातार बढ़ते दामों ने सब्जी के स्वाद को भी फीका कर दिया है। आजादपुर मंडी के आढ़तियों का कहना है कि बारिश के चलते हरी सब्जियों की फसल बर्बाद हो गई है और इससे लगाता

आजादपुर की नई सब्जी मंडी में ट्रैफिक जाम की समस्याओं से परेशान होकर दिल्ली यूथ एसोसिएशन ने दिल्ली कृषि विपणन परिषद के वाइस चेयरमैन को पत्र लिखा है। मालूम हो कि रोजाना एशिया की सबसे बड़ी फल व सब्जी मंडी आजादपुर में 1 लाख से भी अधिक व्यवसायिक वाहन प्रवेश करते हैं।

एशिया की सबसे बड़ी मंडी आजादपुर में अनेकों समस्याएं हैं लेकिन इनमें सबसे बड़ी समस्या साफ-सफाई की है। जिसका निपटारा करने के लिए एपीएमसी ने अब कमर कस ली है और स्पेशल ड्राइव चलाकर पूरी मंडी की साफ-सफाई का ध्यान रखा जा रहा है।

फलों के राजा आम के सीजन की शुरूआत मई अंत से हो चुकी है। लेकिन आम के दाम के साथ लोगों को इस बार गुठलियों के दाम भी देने पड़ रहे हैं। खुदरा में जहां आम का दाम केटेगरी के अनुसार 50 से 120 रूपए प्रतिकिलो के बीच पहुंच चुका है। वहीं थोक में भी इस साल आम के दाम में करीब 30 से 40 फीसदी की बढोत्तरी देखने को

बिहार के मुजफ्फपुर की लीची देश में ही नहीं बल्कि विदेशों तक में काफी मशहूर है। इसे खाने के लिए लोग काफी इंतजार करते हैं लेकिन इस साल बढ़े दामों ने लीची का स्वाद बिगाड़ दिया है। जिसकी मुख्य वजह एशिया की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी आजादपुर में लीची की आवक का बीते साल की उपेक्षा कम होना है। लीची की आवक कम

एशिया की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी आजादपुर में आवारा गाय बड़ी समस्या होती जा रही हैं। मंडी के हर कोने में आवारा गायों को देखा जा सकता है। ये गाय जहां ढूलाई का काम करने वालों के लिए बाधा उत्पन्न करती हैं, वहीं मंडी में फल-सब्जी खरीदने आने वालों के लिए कई बार मुसीबत भी बन जाती हैं। एक-दो नहीं बल्कि सैंक

रमजान के महीने में रोजा रखने वाले खुद को फिट व प्रोटीन, विटामिन और मिनरल से भरपूर रखने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन करते हैं। उसमें भी खजूर व विदेशी फल सभी की डिमांड लिस्ट में रहता है। इस साल सऊदी व ईरान के खजूरों की डिमांड एशिया की सबसे बड़ी थोक मंडी आजादपुर में काफी बढ़ गई है।

हरी मिर्च के दामों में इस समय इतना तीखापन आ गया है कि लोग इसे खरीदने में हिचकिचाते दिखाई दे रहे हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि थोक में 35 से 40 रूपए प्रतिकिलो बिकने वाली हरी मिर्च के आखिर खुदरा में दाम 180 से 200 रूपए प्रतिकिलो क्यों पहुंच गए हैं। वहीं इस बेलगाम होती महंगाई पर अंकुश लगाए जाने का

दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर भारत में गर्मी ने अप्रैल के शुरूआत में ही अपना तांडव दिखाना प्रारंभ कर दिया है। ऐसे में लू के थपेड़ों से बचाने वाले नींबू का रस भी इतना खट्टा हो गया है कि उसका दाम सुनकर आम आदमी के पसीने छूट रहे हैं। दरअसल दिल्ली में एक महीने पहले तक थोक में 10 से 25 रूपए किलो तक बिक

चैत्र नवरात्रि की शुरूआत हो चुकी है। जिसमें सर्वाधिक फलों की मांग बढ़ जाती है क्योंकि व्रतधारी जहां फलों का सेवन करते हैं, वहीं मंदिरों में भी प्रसाद के रूप में फलों को वितरित किया जाता है। यही वजह है कि एशिया की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी आजादपुर में अंगूर व संतरे के दामों में 10 फीसदी बढोत्तरी दर्ज क

राजधानी दिल्ली में कोरोना फिर से पैर पसारने लगा है। ऐसे में सर्वाधिक भीड़-भाड़ वाली जगहों में शुमार होती हैं फल व सब्जी मंडी। इसीलिए एपीएमसी अलर्ट मोड पर नजर आ रही है और मंडी में समीक्षा बैठक भी कोरोना बचाव से सतर्कता को लेकर की गई है।

दिल्ली में खुदरा में 120 रूपए प्रतिकिलो पहुंच चुके टमाटरों के दामों ने आम आदमी की पॉकेट को हलकान कर दिया था लेकिन मध्यप्रदेश के शिवपुरी से आजादपुर मंडी में आवक अधिक होने से टमाटरों के दाम घटकर खुदरा में 50-60 रूपए पहुंच गए हैं। आढ़तियों का कहना है कि आने वाले समय में टमाटर के दाम और भी कम हो सकते है

शादियों के सीजन में टमाटर के बढ़े दामों के चलते पार्टियों में सलाद से टमाटर गायब हो चुके हैं। वहीं हलवाईयों से लेकर महिलाएं तक सब्जियों में टमाटर की जगह अमचूर का प्रयोग कर रही हैं।

पूर्वांचल ही नहीं बल्कि विश्वव्यापि होता जा रहा छठ महापर्व को लेकर राजधानी में जगह-जगह बाजार पूजा के सामानों से पटे पड़े हैं। लेकिन हर त्योहार की तरह ही छठ पूजा पर भी महंगाई की मार साफ देखी जा सकती है। करीब 10 से 15 फीसदी तक छठ पूजा के सामान के दाम पर पड़ा है असर

बारिश व पेट्रोल दामों में आई तेजी से बढ़े सब्जियों के दाम। अभी करीब एक महीना ओर सब्जियों के बढ़े रेट आपके घर की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डाल सकते हैं।

आजादपुर मंडी में थोक भाव स्थिर हैं और आवक भी सामान्य बनी हुई है। बावजूद इसके बाजारों व खुदरा दुकानों पर सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। जिसके पीछे की वजह बारिश के चलते लागत अधिक आना बताया जा रहा है।

बारिश में टमाटर जल्द ही दागी हो जाते हैं, जिसकी वजह से उसके दाम गिर जाते हैं। यही वजह है कि इस समय सबसे अधिक नासिक से आने वाले टमाटरों के दाम भी लगातार गिरते जा रहे हैं। किसानों का कहना है कि उन्हें लागत भी नहीं मिल पा रही है।

मंगलवार रात से शुरू हुई बारिश दिल्लीवासियों के लिए आफत बनकर आई। एनडीएमसी क्षेत्र में आने वाले चाणक्य पुरी, राजसिंह रोड, सरोजिनी नगर, कौटिल्य मार्ग सहित अमेरिका एंबेसी के सामने धुटने तक बारिश का पानी जमा हो गया।

देशभर के लोग साल भर अफगानी फलों के आने का इंतजार करते हैं लेकिन इस साल शायद आपको रसभरे अफगानी फलों का स्वाद चखने को ना मिले। तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा और उसके बाद होने वाले संधर्ष का असर एशिया की सबसे बडी मंडी आजादपुर में भी देखने को मिल रहा है।

प्याज की महंगाई से पिछले महीने तक देश के उपभोक्ता परेशान थे, लेकिन अब रबी सीजन की फसल की आवक बढ़ने पर दाम में भारी गिरावट आई है। दाम घटने से विदेशों में भारतीय प्याज की मांग बढ़ गई है...

किसानों का प्रदर्शन लगातार छठें दिन भी जारी रहा। किसानों को समर्थन देने व अन्य प्रदेशों के किसानों के दिल्ली आने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। जिसके चलते जहां दिल्ली के सभी बॉर्डर पूरी तरह बाधित हो चुके हैं और इसका सबसे ज्यादा असर एशिया की सबसे बडी मंडी आजादपुर पर पड रहा है। बीते 5 दिनों का यदि आंकडा

आजादपुर मंडी में गुरूवार को भाजपा जिला केशवपुरम की ओर से हाथों में तख्ती लेकर किसान भवन खोलने के लिए प्रदर्शन किया गया...

देश में प्याज की सबसे बड़ी थोक मंडी लासलगांव में गुरुवार को प्याज की बढ़ी कीमतों ने लोगों के माथे पर पसीना ला दिया है। लेकिन दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के लोगों को प्याज के बढ़े दामों से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि...

लगातार खुदरा बाजारों में महंगी हो रही सब्जियों के बढ़ते दामों ने राजधानीवासियों का जीना हराम कर दिया है लेकिन जल्द ही बढ़ते दामों पर अंकुश लगने वाला है। क्योंकि अब देश की सबसे बड़ी सब्जी व फल मंडी...

गरीबों का हमदर्द कहा जाने वाला सब्जियों का राजा आलू भी अब थाली से गायब होने वाला है। आलू के दाम 51 रूपए पार कर चुके हैं, यदि इसी तरह आलू में तेजी रही तो लोगों को सब्जी खाना कुछ दिनों के लिए छोडना पडेगा क्योंकि पहले ही हरी सब्जियों के दामों ने आग लगी हुई है...

कोविड का कहर लगातार बढता चला जा रहा है ऐसे में दिल्ली सरकार भरसक प्रयास कर रही है कि संक्रमण को फैलने से रोका जाए...

यदि आजादपुर मंडी में काम करने वाले किसी भी व्यक्ति की मौत कोविड-19 से हो जाती है तो उसके परिजनों को आर्थिक रूप से मदद करने के लिए मुआवजा मंडी प्रशासन द्वारा दिया जाएगा। हालांकि अभी यह तय नहीं किया गया है कि मुआवजे की रकम क्या होगी।

आजादपुर सब्जी मंडी रविवार के दिन बंद रहती है। इसका फायदा उठाते हुए मंडी प्रशासन द्वारा पूरी मंडी को साफ कर सेनेटाइज करने का अभियान चलाया था और सभी ब्लाॅकों की सफाई व्यवस्था को...

दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी में लगातार कोरोना से संक्रमित केस सामने आने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है...

आजादपुर मंडी यानि चैधरी हीरा सिंह थोक फल एवं सब्जी मंडी आजकल कोरोना के आंकडों को लेकर काफी पशोपेश में फंसी हुई है। जहां मंडी के चैयरमेन...

दिल्ली की आजादपुर मंड़ी में कोरोना का प्रसार होता दिखाई दे रहा है। यहां पर 04 व्यापारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की गई है...

हरियाणा के झज्जर की बहादुरगढ़ सब्जी मंडी से 9 व्यापारियों समेत 10 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं...

दिल्ली की आजादपुर मंडी में उस वक्त हड़कंप मच गया जब यहां पर 11 व्यापारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए...

देश का राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। इसके चलते कृषि उपज विपणन समिति द्वारा आजादपुर मंडी में यातायात प्रबंधन को लेकर आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए गए हैं...

दिल्ली में कोरोना का कहर लगातार जारी है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण का मामला 2625 तक पहुंच चुका है। वहीँ, अब तक दिल्ली में 5 लोगों की मौत हो चुकी है।

ऐशिया की सबसे बड़ी मंड़ी में कोरोना का प्रसार होने के बाद अब यहां काम बंद करने को लेकर व्यापारी और प्रशासन आमने सामने हैं...

आजादपुर मंडी के एक ट्रेडर्स की हाल ही में कोरोना संक्रमण के बाद मौत हो गई थी। वहीं गुरूवार को आजादपुर मंडी में एक ट्रेडर्स व शुक्रवार को भी एक ट्रेडर्स...

कोरोना संक्रमण के चलतेे आजादपुर मंडी के एक आढती की मौत हो गई है, जिसके बाद आजादपुर मंडी के थोक सब्जी व फल व्यापारियों में डर का इतना ज्यादा बढ गया है कि संक्रमण से मरने वाले...

कोरोना का महासंकट झेल रही दिल्ली उस वक्त खौफजदा हो गई जब आजादपुर मंडी के एक आढ़ती की कोरोना से मौत हो गई...

दिल्ली में लॉकडाउन के चलते लोगों को खाने पीने की चीजों की काफी परेशानी हो रही है। ऐसे में सब्जियों और फलों की कमी से बचने के लिए दिल्ली सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए आजादपुर मंडी को अब 24 घंटे खोलने का फैसला लिया है...