भू-बैकुंठ धाम बदरीनाथ के कपाट गुरूवार को सांय तीन बजकर 35 मिनट पर पौराणिक परंपरओं और पूजा अर्चना के साथ शीतकाल के लिये बंद हो गये हैं। जिसके साथ ही उत्तराखंड में संचालित होने वाली इस वर्ष की चार धाम यात्रा भी बंद हो गई है। कपाट बंद होने के मौके पर करीब पांच हजार से अधिक तीर्थयात्रियो ने भगवान नारा
आर्थिक तंगी और धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा को राज्य के बाहर के श्रद्धालुओं के लिए भी खोल दिया है। हालांकि बाहर के श्रद्धालुओं को राज्य सरकार द्वारा पूर्व में निर्धारित गाइडलाइन और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
त्तराखंड में चार धाम की यात्रा की शुरुआत 1 जुलाई यानी आज से हो गई है। अनलॉक टू के दूसरे चरण में प्रदेश के लोगों के लिए चार धाम की यात्रा खोल दी गई है...
चारधाम यात्रा को 1 जुलाई से शुरु करने की मंजूरी मिल गई है। लेकिन कई तरह की पाबंदियां भी लगाई गई है...
बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा पर आने वाले तीर्थयात्री इस बार तप्त कुंड में स्नान नहीं कर सकेंगे। कोरोना संक्रमण के चलते निर्धारित तिथि के परिवर्तन और सीमित लोगों की मौजूदगी...
मां यमुना की डोली अपने शीतकालीन प्रवास खरसाली (खुशीमठ) से यमुनोत्री धाम के लिए आज रवाना हो गई। इस मौके पर
देश में एक ओर जहां कोरोना वायरस का कहर छाया हुआ है, वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में चार धामों में से दो धाम गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 26 अप्रैल यानी आज दोपहर में खुल जाएंगे...
14 मई को केदारनाथ 15 मई को बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने दी जानकारी
कोरोना वायरस की भयावहता का असर चारधाम यात्रा पर भी पड़ सकता है। कोविड-19 की रोकथाम के चलते जिस तरह देश में 21 दिन लॉकडाउन घोषित किया गया है...
उत्तराखंड (Uttrakhand) में मौसम ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। भारी बर्फबारी से पहाड़ से लेकर मैदान तक ठंड बढ़ गई है। नैनीताल, धनोल्टी, औली और चकराता में बर्फबारी से और भी ज्यादा ठंड बढ़ गई है।बर्फबारी के बाद से ही औली, गंगोत्री-यमुनोत्री मार्ग पूरी तरह बंद हो चुके हैं।खराब मौसम देखते हुए कुम
उत्तराखंड विधानसभा (Uttarakhand Legislative Assembly) में चारधाम श्राइन प्रबंधन विधेयक (Chardham Shrine Management Bill) मंगलवार को पारित कर दिया गया जिससे चारों हिमालयी धामों सहित प्रदेश में स्थित 51 मंदिरों के बेहतर संचालन और रख-रखाव के लिये एक बोर्ड गठित करने का रास्ता साफ हो गया है..
चारधाम (Chardham) श्राइन बोर्ड के गठन के सरकार के फैसले बाद मंदिर से जुड़े हक-हकूकधारियों और तीर्थ पुरोहित समाज गुस्से में हैं। सरकार का फैसला विवाद में पड़ते ही चारधाम से जुड़े हक-हकूकों पर चर्चा शुरू हो गई है। इन चर्चाओं के बीच कई दिलचस्प परम्पराओं की जानकारी सामने आ रही हैं। इनमें से एक परम्परा म
त्रिवेन्द्र रावत मंत्रिमंडल ने बदरीनाथ-केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री समेत प्रदेश के 51 प्रमुख मंदिरों के प्रबंधन के लिए नया कानून बनाया है। इसके लिए उत्तराखंड (Uttarakhand) चारधाम श्राइन बोर्ड विधेयक 2019 को कैबिनेट ने मंजूरी दी है....
चारधाम (Chardham) परियोजना संघर्ष समिति व योजना से प्रभावित व्यापारियों की रविवार को बैठक हुई। बैठक में कहा कि जब तक सरकार प्रभावित व्यवसायियों व भवन स्वामियों को मुआवजा और उनके रोजगार के लिए मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण नहीं करेगी.....
राजपथ पर राष्ट्र की सैन्य शक्ति, ट्रैक्टर परेड में किसान दिखाएंगे दमखम
टीआरपी घोटाले में आरोपी दासगुप्ता की हालत स्थिर, मुंबई पुलिस ने कोर्ट...
मोदी सरकार ने परेड कार्यक्रम को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को चेताया
किसानों के हित के लिए पूरी तरह समर्पित है सरकार : राष्ट्रपति कोविंद
भारत गणतंत्र दिवस परेड पर सैन्य ताकत, सांस्कृतिक विरासत की झलक पेश...