
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने यमुना नदी के निर्धारित घाटों पर छठ पूजा की मंजूरी दे दी है। उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से श्रद्धालुओं के लिए साफ घाट और पानी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।

दिपावली के साथ-साथ छठ पूजा की तैयारियां भी शहर में जोरों पर हैं। छठ समिति लगातार सक्रिय हैं। वह छठ पूजा के लिए सभी तैयारियां समय रहते पूरा करना चाहती हैं। लिहाजा समितियों के पदाधिकारी प्रशासन, जीडीए, नगर निगम व पुलिस अधिकारियों से मिल कर व्यवस्थाएं दुरूस्त करने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही छठ से

द्वारका रेसिडेंट्स फेडरेशन और द्वारका रिलीजियस सोशल एंड कल्चरल एसोसिएशन ने डीडीए को पत्र लिख कर सभी पूजा-त्योहारों के लिए डीडीए की भूमि आरक्षित करने की मांग की है।

दिल्ली सरकार इस बार राजधानी में 1100 से अधिक स्थलों पर छठ पूजा समारोह आयोजित करने जा रही है। इसके लिए 25 करोड़ का बजट रखा गया है। दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने शुक्रवार को दिल्ली में छठ पूजा आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की।

भगवान भास्कर की उपासना के महापर्व छठ का वीरवार सुबह प्रात:कालीन अघ्र्य के साथ समापन हो गया। हिंडन समेत पूरे गाजियाबाद में बने छठ घाटों पर तडक़े ही श्रद्धालु पहुंचे। जहां उन्होंने उगते सूर्य को अघ्र्य दिया। जिसके बात 36 घंटे तक कठोर व्रत रखने वाले व्रातियों ने बड़ों का आर्शीवाद लेने के बाद व्रत खोला।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को ईस्ट किदवई नगर और डीआईजेड सेक्टर-4 राजा बाजार पहुंचकर छठ पूजा में शामिल हुए।

छठ को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। किसी को इमरजेंसी में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर इसे लेकर छठ घाटों पर 16 एंबुलेंस और 10 मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों व निजी अस्पतालों में भी बेड रिजर्व किए गए हैं। जिससे उन्हें जल्द से जल्द भर्ती कर उपचार दिया जा सकें।