
आपीसीसी रिपोर्ट 2022 जारी होने के बाद ये तय है कि आने वाले दो दशकों में भारत पर जलवायु परिवर्तन के गंभीर परिणाम सामने आने वाले हैं। सीएसई अध्यक्ष और पर्यावरणविद् सुनीता नारायण ने कहा कि आईपीसीसी की हर रिपोर्ट हमें आगाह कर रही है कि हमारे पास समय नहीं है। चेतावनियां भयानक होती जा रहीं हैं...

राजधानी दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में साल 2021 का पहला जीका वायरस केस मिला है। लेकिन इस केस के मिलने के बाद पर्यावरणविद् इसे जलवायु परिवर्तन से जोड़ कर देख रहे हैं। भारत में इस वर्ष उत्तर प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली से अब तक कुल 237 जीका मामले सामने आए हैं।

पर्यावरणविद् व सीएसई महानिदेशक सुनीता नारायण ने वायु प्रदूषण पर मंथन-5 कार्यक्रम में कहा कि दिल्ली और उसके आसपास कोयले के इस्तेमाल को रोकना जरूरी है। लेकिन उद्योग क्षेत्र सस्ता होने के कारण कोयले के इस्तेमाल पर जोर दे रहा है। अगर राजधानी के आसपास कोयले के इस्तेमाल पर रोक नहीं लगेगी तो हमें साफ हवा न

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारत सहित अधिकतर विकासशील देशों के लिए जलवायु को एक बड़ी चुनौती करार देते हुए कहा कि इस विषय

भूमि पेडनेकर बताती हैं कि वह किस तरह एनवायरनमेंट-कन्जर्वेशन के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए अपने सोशल मीडिया का अच्छी तरह इस्तेमाल करती है। वे कहती हैं, 'मैं जानती हूं कि मुझमें क्लाइमेट-चेंज के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने की काबिलियत है!'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि जलवायु परिवर्तन की वजह से आ रही चुनौतियों के प्रति भारत ना सिर्फ जागरूक है बल्कि सक्रियता से काम भी कर रहा है। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि अपना देश आज जलवायु न्याय का अगुवा भी बनकर उभरा है।