
जेएनयू में अब छात्रों को 24 घंटे चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। क्योंकि संस्थान का हेल्थ सेंटर अब 24 घंटे सातो दिन खुला रहेगा। यहां डॉक्टर व सहयोगी कर्मचारी 3 शिफ्टों में काम करेंगे। तीनों शिफ्टें 8-8 घंटे की होंगी।

कोविड-19 अन्य महामरियों से इमरजेंसी में निपटने के लिए जिले में 50-50 बेड के दो फील्ड हॉस्पिटल तैयार किए जाएंगे। इन अस्पतालों में ऑक्सीजन की सुविधा, महामारी से जुड़ी सभी तरह की जांच करानी की सुविधा उपलब्ध होगी। इसमें एक अस्पताल मोदीनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में तैयार किया जाएगा।

जिले में कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम होने के साथ ही अस्पतालों में कोविड मरीजों की संख्या 10 से भी नीचे पहुंच गई है। जिसके बाद कोविड अस्पतालों द्वारा नॉन कोविड में तब्दिल करने की मांग उठने लगी है। वहीं, स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि अस्पताल द्वारा मांग करने पर नियमों के तहत उसे नॉन कोविड किया जाएगा

जिले की सभी सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) को आगजनी की घटनाओं से बचाने के लिए चार साल बाद भी सेंट्रलाइज्ड फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं लगाय जा सका है। जबकि, शासन स्तर से 96 लाख का बजट भी जारी किया गया। इसकी पहली किस्त के रूप में 48 लाख रूपए का भुगतान तक कर दिया गया। लेकिन, अभी तक कार्य पूरा नहीं हो

बुखार व डेंगू का बढ़ता प्रकोप के बाद सरकारी से लेकर प्राइवेट अस्पतालों में बेड की कमी को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने प्राइवेट अस्पतालों को बेड रिजर्व करने के निर्देश दिए गए है। इसके अलावा सभी चारों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) प्रभारियों को भी बेड रिजर्व रखने के न