
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को बताया कि भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने 5 से 12 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों के लिए कोविड-19 रोधी टीके ‘कॉर्बेवैक्स’ और 6 से 12 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों के लिए ‘कोवैक्सीन’ टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दे दी है।

कोविड रोधी टीका न लगवाने वाले लोग उन लोगों के लिए भी खतरा पैदा करते हैं जिन्होंने टीकाकरण करा लिया है। यह जानकारी सोमवार को प्रकाशित मॉडल अध्ययन से मिली है। कनाडा में टोरंटो विश्वविद्यालय के शोधार्थियों ने सार्स- कोव-2 (कोरोना वायरस)

भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति ने पांच से 11 वर्ष के आयु के बच्चों के वास्ते बायोलॉजिकल-ई के कोविड-19 निरोधक टीके कोर्बेवैक्स के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी देने की सिफारिश की है। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने वीरवार को दी।

वैक्सीन निर्माता कंपनियों ने बूस्टर डोज की कीमत घटा कर 225 रुपये निर्धारित कर दिया है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन ने अपनी बूस्टर डोज की कीमत घटा दी है। कोविशील्ड ₹600 से घटाकर ₹225 प्रति शॉट कर दी है। जबकि कोवैक्सीन की बूस्टर डोज 1,200 रुपये थी और वह भी 225 में ही मिलेगी।

देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से कम हो रही है और इस बीच इसके खतरे को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। रविवार से देश के हर वयस्क नागरिक को कोरोना वैक्सीन की बूस्टर लगवाने की सुविधा रहेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करते हुए कोरोना वैक्सीन के 100 करोड़ डोज लोगों को लगाए जाने का लक्ष्य हासिल करने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों और इस अभियान से जुड़े कर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि यह भारत के सामर्थ्य का प्रतिबिंब है।

भारत में एक दिन में कोविड-19 के 13,596 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,40,81,315 हो गयी जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 1,89,694 रह गयी जो 221 दिनों में सबसे कम है।

अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) ने कहा है कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के सहयोग से भारत बॉयोटेक द्वारा विकसित कोवैक्सीन कोरोना वायरस के अल्फा और डेल्टा स्वरूपों को प्रभावी तरीके से बेअसर करती है।