
एक हफ्ते के बाद फिर से प्रदूषण स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। हवा का स्तर सुबह से ही खराब था और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, सुबह नौ बजे तक वायु गुणवत्ता सूचकांक 398 था जो कि औसत 404 दर्ज किया गया जो कि गंभीर श्रेणी में आता है। बता दें कि साल की शुरूआत ही प्रदूषण से हु

राजधानी दिल्ली में बच्चों के लिए एक और नई समस्या चुनौती बनकर उभर रही है। विशेषज्ञ इस नई चुनौती से खासे चिंतित हैं और इसे सीधे कोरोना संक्रमण की वजह से उभरी परिस्थितियों से जोड़कर देख रहे हैं। यहां बता दें कि सूबे में बच्चों के स्वास्थ्य के लिए वायरल बुखार पहले से ही समस्या बनी हुई है।

राजधानी दिल्ली में वायरल बुखार के रोगियों की तादाद अस्पतालों में लगातार बढ़ रही है। वहीं डेंगू के बढ़ते मामलों का दबाव भी सूबे के अस्पतालों पर देखा जा सकता है।
इन बीमारियों की बढ़ती चुनौतियों के बीच

आमतौर पर तीन से चार दिनों में ठीक होने वाले वायरल बुखार का राजधानी दिल्ली में लंबा असर देखने को मिल रहा है। उपचार के बाद लोग बुखार से तो निजात पा रहे हैं लेकिन खांसी और कफ की समस्या लंबे समय तक परेशान कर रही है।

नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिसंबर की ठंड में लगातार 13 दिन से दिल्ली बॉर्डर पर डटे किसानों के स्वास्थ्य पर असर पड़ने लगा है। टिकरी बॉर्डर पर आंदोलनरत किसानों में से लगभग 50 फीसदी को नजला, खांसी, जुकाम और कान में दर्द की शिकायत होने लगी है...

बदलता मौसम हमारी सेहत पर गहरा असर डालता है। जहां एक तरफ लोग सर्दी-जुकाम से परेशान होने लगता है, वहीं दूसरी तरफ वायरल इंफेक्शन का भी डर सताने लगता है। अगर आपको भी बदलते मौसम से परेशानियां हो रहीं हैं तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे...

कोरोना वायरस के कहर के बीच में दवा दुकानदारों के लिए नया आदेश...