
राजधानी में 2050 के बाद जनवरी 2022 में सर्वाधिक बारिश भी दिल्ली के वातावरण को सांस लेने योग्य स्वच्छ नहीं बना सकी। राजधानी में रहने वाले लोगों को पूरे वर्ष में मिलने वाले कुल सांस लेने योग्य दिनों की बात करें तो यह 2019 में 23 दिन, 2020 में 50 दिन व 2021 में मात्र 29 दिन रहे हैं...

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर-254 खराब श्रेणी में रहा और अगले दो दिन चूंकि हवाएं धीमी हैं, आंशिक तौर पर हल्के बादल छाए हुए रहेंगे इसलिए प्रदूषण स्तर भी खराब ही रहने के अनुमान हैं। लेकिन बुधवार से उम्मीद है कि एक्यूआई में सुधार हो लेकिन पर्यावरण जानकार मानते हैं कि यह अभी खराब ही रहेगा। हालंाकि दिल्ली स

दिल्ली- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शुक्रवार को ‘स्मॉग’ और घना हो गया तथा कई जगहों पर दृश्यता 200 मीटर रही। राजधानी में नवंबर की शुरुआत से ही प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखने को मिल रही है। दिल्ली में दीपावली के बाद पिछले सात दिन से वायु गुणवत्ता का स्तर गंभीर श्रेणी में है।

वायु प्रदूषण फैलाने वालों के विरुद्ध कड़ा रुख दिखाते हुए केंद्र सरकार एक नया अध्यादेश लेकर आई है। विधि और न्याय मंत्रालय द्वारा जारी अध्यादेश के तहत पूर्व पर्यावरण प्रदूषण (प्रदूषण रोकथाम और नियंत्रण) प्राधिकरण को निरस्त करते हुए...

दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में प्रदूषण इस समय जानलेवा स्तर पर पहुंच गया है हालत यह हो गई है कि दिल्ली-एनसीआर की हवाओं पर नजर रखने वाली संस्था ने फिलहाल लोगों को सलाह दी है कि वह जब लोग बहुत जरुरी न हो घर से न निकले और अगर घर से निकल रहे हैं...

देश में बदलते मौसम के साथ प्रदूषण तेजी से बढ़ता जा रहा है। उत्तर भारत में प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच चुका है। इस बार दिल्ली-एनसीआर के शहरों का एयर इंडेक्स 400 से ऊपर गंभीर श्रेणी में आ गया...