केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा कि ‘डिग्री' के बजाय कौशल और दक्षता भविष्य को संचालित करेगी तथा नवाचार एवं प्रौद्योगिकी के चलते पुरानी नौकरियां खत्म होनी शुरू हो गई हैं। प्रधान इस सप्ताहांत तीसरी जी20 कार्य समूह बैठक से पहले यहां एक
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) रक्षा अधिकारियों की सलाह से एक विशेष कार्यक्रम की शुरुआत कर रहा है ताकि 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले अग्निवीरों को उनकी शिक्षा आगे बढ़ाने और उनके सेवा क्षेत्र के लिए प्रासंगिक पाठ्यक्रम विकसित करके 12वीं कक्षा का प्रमाणपत्र प्राप्त करने में सक्षम
अग्निवीरों के करियर संबंधी भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षा मंत्रालय (एमओई) ऐसे रक्षा कर्मियों के लिए कौशल आधारित तीन वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रम शुरू करेगा, जो रक्षा प्रतिष्ठानों में उनके कार्यकाल के दौरान प्राप्त कौशल प्रशिक्षण को मान्यता देगा।
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