
तुर्किये और सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से अब तक चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों को आशंका है कि सोमवार भोर से पहले आए भूकंप और बाद के झटकों से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि बचावकर्मी मंगलवार को भी मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं।

दक्षिण पूर्वी तुर्किये में सोमवार को आए शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 1300 लोगों की मौत हो गई। तुर्किये के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। तुर्किये और सीरिया में भूकंप संबंधी घटनाओं में 1300 लोगों की मौत हुई है। तुर्किये के उप राष्ट्रपति फुअत ओकतायस ने बताया कि 10 प्रभावित प्रांतों में 1700 इमारतें ढह ग

दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित उत्तर भारत में मंगलवार को अपराह्न दो बजकर 28 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र (एनसीएस) के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.8 मापी गई।

इंडोनेशिया के मुख्य द्वीप जावा में सोमवार को भूकंप आने से कम से कम 46 लोगों की मौत हो गई। भूकंप से दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और लोगों को अपनी जान बचाने के लिए सड़कों और गलियों में भागना पड़ा। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा कि 5.4 तीव्रता का भूकंप पश्चिम जावा प्रांत के सियांजुर क्षेत्र में 10

भारत, चीन और नेपाल में मंगलवार की देर रात 1.57 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 6.3 तक मापी गई। भारत में दिल्ली, यूपी, बिहार, उत्तराखंड, दिल्ली, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र नेपाल था।

26 जनवरी 2001 को कच्छ और गुजरात सहित पूरा देश गणतंत्र दिवस की खुशियां मना रहा था। लेकिन विनाशक भूकंप की तबाही ने देशभक्ति के महौल में रंगे कच्छ के अंजार शहर में खुशियों के माहौल को मातम में बदल दिया। गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक रैली में शामिल होने जा रहे अंजार के 185 स्कूली बच्चे और 20 शिक्षक भूकंप क

अफगानिस्तान के पूर्वी पक्तिका प्रांत में आए शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 925 लोगों की जान चली गई जबकि 600 के आसपास घायल हैं। देश की सरकारी समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी। सरकारी समाचार एजेंसी ‘बख्तर’ ने बुधवार को मृतक संख्या के संबंध में जानकारी दी और बताया कि बचाव कर्मी हेलीकॉप्टर से मौके पर पहुंच

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के शोधकर्ताओं ने कम लागत, उच्च शक्ति, उत्कृष्ट लचीलेपन और बेहतर ऊर्जा अपव्यय क्षमता वाले अनूठे हाइब्रिड बकलिंग-प्रतिबंधित ब्रेसिज (एचबीआरबीएस) तैयार किए हैं। जो किसी भी निर्माण को भूकंप से बेहतर सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।