
दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) समेत उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में मंगलवार रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। वहीं अफगानिस्तान के हिंदूकुश क्षेत्र में 6.6 तीव्रता का भूकंप आया। रात करीब 10 बजकर 20 मिनट पर जब भूकंप आया तो दहशत में लोग घरों से

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प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से की गई घोषणा के कुछ घंटे बाद ही भारतीय वायु सेना के विमान के जरिए भारत ने भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप तुर्किये रवाना कर दी। अधिकारियों ने बताया कि संघीय आपदा बल के साथ दो खोजी श्वान, चार पहिया वाहन और संचार प्रणाली भी भेजी गई है।

तुर्की में आए भूकंप और मची तबाही से हर कोई दहशत में है। संवेदनशीलता के अनुसार दिल्ली सिस्मिक जोन 4 में आता है। इसलिए यहां पर आशंकाएं बड़ी हैं। यदि तुर्की ती तरह रिक्टर पैमाने पर 7 या उससे अधिक तीव्रता वाला भूकंप दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में आया तो यहां भारी तबाही मच सकती है।

तुर्किये और सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से अब तक चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों को आशंका है कि सोमवार भोर से पहले आए भूकंप और बाद के झटकों से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि बचावकर्मी मंगलवार को भी मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं।

दक्षिण पूर्वी तुर्किये में सोमवार को आए शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 1300 लोगों की मौत हो गई। तुर्किये के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। तुर्किये और सीरिया में भूकंप संबंधी घटनाओं में 1300 लोगों की मौत हुई है। तुर्किये के उप राष्ट्रपति फुअत ओकतायस ने बताया कि 10 प्रभावित प्रांतों में 1700 इमारतें ढह ग

दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित उत्तर भारत में मंगलवार को अपराह्न दो बजकर 28 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र (एनसीएस) के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.8 मापी गई।