देश भर में कई स्थानों पर किसानों ने विश्वासघात दिवस का आयोजन किया। कई जिलों, तहसीलों में विरोध प्रदर्शन करते हुए पुतले जलाए। प्रदर्शनकारी किसानों ने जिला कलेक्टरों, एसडीएम और एडीएम के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे। साथ हुंकार भरी कि अगर भारत सरकार दिसम्बर 2021 में विरोध कर रहे किस
कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए संसद में विधेयक पारित होने को प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दलों समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने किसानों की जीत बताया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की नीयत किसानों के प्रति साफ नहीं है। किसान साल भर से आंदोलन
प्रदर्शनकारी किसानों से अपना आंदोलन समाप्त करने की अपील करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शनिवार को कहा कि केंद्र ने पराली जलाने को अपराध की श्रेणी से बाहर करने की उनकी मांग पर सहमति जताई
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