दिल्ली विश्वविद्यालय दक्षिण परिसर में एक वर्षीय स्नातकोत्तर हिंदी पत्रकारिता डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इस पाठ्यक्रम में आवेदन करने की अंतिम तिथि 19 अगस्त 2022 है। पाठ्यक्रम का संचालन दिल्ली विश्वविद्यालय दक्षिण परिसर का हिंदी विभाग करता है। हिंदी पत्रकारिता डिप्
एक पत्रकार होने के नाते इस तरह की पंक्तियां पढ़कर गर्व महसूस होता है लेकिन मन में एक सवाल ये भी उठता है कहीं ये आधुनिकता पत्रकारिता को समाप्त तो नहीं कर देगी। चलिए आगे बढ़ने से पहले थोड़ा इतिहास पर नजर दौड़ा ली जाए। हमारे लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकारिता की नींव वर्षों पहले 30 मई 1826 में रखी गई थ
#MeToo शायद ही ऐसा कोई इंसान हो जो इस कैंपेन के बारे में ना जानता हो। देश में मी टू कैंपेन की ऐसी लहर चली है जिसमें एक-एक कर बॉलीवुड जगत से लेकर मीडिया संस्थानों की बड़ी -बड़ी हस्तियों को कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। इस कैंपेन ने...
इलैक्ट्रॉनिक मीडिया काफी हद तक रियल एस्टेट मालिकों की दया पर है, जो प्रॉपटी के लेन-देन से पैसा कमाते हैं और इसे एक या दो चैनल चलाने के लिए खर्च करते हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय ‘दिल्ली स्कूल आफ जर्नलिज्म’ की स्थापना कर अगले साल से पत्रकारिता में पांच साल का एकीकृत पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है
पत्रकारिता को चौथा स्तम्भ कहा जाता है। देश को चलाने में पत्रकारों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आज के दिन यानी 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया जाता है। 30 मई, 1826 ई. को पंडित युगल किशोर शुक्ल ने कलकत्ता से प्रथम हिन्दी...
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