
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा कि देश के आईआईटीज भी जल्द ही 4 वर्षीय बैचलर इन एजुकेशन या इंटीग्रेटेड शिक्षक शिक्षा प्रोग्राम पेश करेंगे। जिसके बाद युवा प्रौद्योगिकी संस्थानों से भी बीएड डिग्री हासिल कर सकेंगे। देश में कई बीएड कॉलेजों का स्तर मानकों के अनुरूप नहीं है इसलिए य

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी) दिल्ली का एफआईटीटी केंद्र हाल ही में सैमसंग द्वारा शुरू की गई शिक्षण एवं नवोन्मेष प्रतियोगिता ‘सॉल्व फॉर टुमारो’ में नॉलेज पार्टनर के रूप में काम करेगा। इस प्रतियोगिता के लिए 16 से 22 वर्ष तक के युवा 31 जुलाई तक आवेदन कर सकेंगे।

इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई मेन्स) के दूसरे चरण के लिए आवेदन प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है। जो उम्मीदवार जेईई मेन्स के दूसरे सत्र में शामिल होना चाहते हैं वह 30 जून तक इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी) दिल्ली के छात्र कलश गुप्ता ने 87 देशों के एक लाख से ज्यादा प्रतिभागियों के बीच टीसीएस कोडविटा सीजन 10 प्रतियोगिता को जीत लिया है। यह विश्व का सबसे बड़ा कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग कम्प्टीशन था। जिसमें प्रोग्रामिंग को स्पोर्ट के रूप में प्रोत्साहित किया जाता है।

जलवायु संबंधी एक अध्ययन में दावा किया गया है कि भारत और पाकिस्तान में लंबे समय से जारी भीषण गर्मी ने व्यापक मानवीय पीड़ा और वैश्विक स्तर पर गेहूं की आपूर्ति को प्रभावित किया तथा मानव जनित गतिविधियों के कारण इसके और अधिक तेज होने की संभावना 30 गुना अधिक है।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के शोधकर्ताओं ने कम लागत, उच्च शक्ति, उत्कृष्ट लचीलेपन और बेहतर ऊर्जा अपव्यय क्षमता वाले अनूठे हाइब्रिड बकलिंग-प्रतिबंधित ब्रेसिज (एचबीआरबीएस) तैयार किए हैं। जो किसी भी निर्माण को भूकंप से बेहतर सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।

आईआईटी दिल्ली के आईएचएफसी व टीआईएच ने सीआईएससीई के साथ करार किया है। जिसके तहत सीआईएससीई बोर्ड द्वारा देश के अनुबंधित स्कूलों के लिए आईआईटी दिल्ली रोबोटिक्स, मशीन लर्निंग(एमएल), डाटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(एआई) का पाठयक्रम तैयार करेगी।

दिल्ली में पीएम 2.5 के प्रदूषण का प्रभाव सर्वाधिक देखा गया है। दिल्ली में वार्षिक रूप से पीएम 2.5 का प्रसार करीब 110 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर क्यू तक बढ़ जाता है। वहीं इसका प्रसार सर्दियों में सर्वाधिक 250 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर क्यू हो जाता है। जिसके कारण यहां होने वाली मौतों की सं

आईआईटी दिल्ली स्कूली छात्रों के लिए चेंज मेकर्स नाम से डू इट योरसेल्फ समरबूट कैंप का आयोजन करेगा। इस कैंप में 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्र संस्थान की अत्याधुनिक सुविधाओं का उपयोग अपने विचार को वास्तविकता में बदलने के लिए कर सकेंगे। समर बूट कैंप का आयोजन 23 मई से लेकर 24 जून होगा...

आईआईटी दिल्ली में बायोमास, औद्योगिक कचरे, कोयले, निगम के ठोस कचरे, ब्लैक लिकर को गैसीफिकेशन और फिशर ट्रोच सेंथिसिस प्रोसे के जरिए डीएमई में बदल रहा है। डाई मिथाइल ईथर आजकल डीजल का विकल्प बन रहा है। हाल ही में आईआईटी दिल्ली द्वारा फ्लेक्स फ्यूल इंजन टेक्नोलॉजी विकसित की गई है।