
आईटीपीओ 8-10 सिंतबर को प्रगति मैदान में आईआईएसई 2022 का आयोजन करने जा रहा है। इस मेले का आयोजन कर आईटीपीओ आधुनिक उपकरणों का शोकेस करेगा। जिसमें निगरानी प्रणाली भी प्रमुख होगी। इससे विस्फोटक का जहां पता लगाया जा पाएगा, वहीं उसके निपटान में आसानी होगी। इसके अलावा अग्निशमन, रेडियो संचार प्रशिक्षण उपकरण

आईटीपीओ कर्मचारी यूनियन ने प्रगति मैदान, सभागार में बैठक का आयोजन किया जिसमें यूनियन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह पाल एवं महासचिव जयसिंह ने आईटीपीओ कर्मचारियों के हाउस रेंट अलाउंस, स्वैच्छिक भविश्य निधि, पदोन्नति, एसीपीउ स्कीम कैंटीन व अन्य सुविधाओं की कटौती को गलत व बेवजह बताया।

इंडिया इंटरनेशनल सिक्योरिटी एक्सपो (आईआईएसई) का 23वां संस्करण इस साल सुरक्षा-तकनीकी समाधान लेकर आ रहा है। इसका आयोजन 8-10 सितंबर 2022 को प्रगति मैदान के हॉल संख्या 2 (जीएफ) आईईसीसी कॉम्पलैक्स में किया जाएगा।

आहार 2022 ऐसा मेला था जिसे 200 कंपनियों के साथ आईटीपीओ ने प्रारंभ किया था जोकि आज 1186 के आंकड़ों को छू रहा है। इस बार मेले को देखने के लिए रोजाना करीब 50 हजार विजिटर्स पहुंच रहे हैं। साउथ-एशिया में आहार सबसे बड़ा खाद्य व आतिथ्य इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ मेला है।

प्रगति मैदान में 26 से 30 अप्रैल तक आहार 2022 के 36वें संस्करण का शुभारंभ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने किया। बता दें कि यह मेला खाद्य और आतिथ्य उद्योग के ब्रांडों के उत्पादों का प्रदर्शन करता है। इसका आयोजक आईटीपीओ है। इस बार इस मेले में 15 देश भाग ले रहे हैं।

ट्रेड फेयर के शानदार आयोजन के बाद कोरोना ने प्रगति मैदान में मेलों के आयोजन पर रोक लगा दी थी लेकिन अब इंडिया ट्रेड प्रोमोशन ऑर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) आहार 2022 के द्वारा दोबारा मेलों का आयोजन शुरू करने वाला है।

शिक्षा मंत्रालय की सहमति के बाद मेला आयोजक एनबीटी ने 8 जनवरी से शुरू होने वाले प्रगति मैदान में 30वें विश्व पुस्तक मेले को स्थगित करने का फैसला लिया है।

देशभर के पुस्तक प्रेमियों को विश्व पुस्तक मेले का बेसब्री से इंतजार था क्योंकि दो साल बाद पुस्तक मेले का ऑफलाइन आयोजन राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) करने जा रही थी। लेकिन अब मेले का आयोजन जनवरी में नहीं होने जा रहा है।

आईटीपीओ नए साल 2022 में अपने साझेदारों के साथ मिलकर तीन नए व भव्य आयोजन करने वाला है। जिसमें विश्व पुस्तक मेला, आजीविका व नक्षत्र हैं।

प्रगति मैदान में लगा भव्य कपडा एवं परिधान निर्माण उद्योग व्यापार मेला। यहां 100 से अधिक ब्रांड ले रहे हैं भाग। 3 से 5 दिसंबर तक चलेगा गार्टेक्स टेक्सप्रोसेस इंडिया का 6वां संस्करण।

बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हर मोर्चे पर बिहार आगे बढ़ रहा है। बिहार के हस्तशिल्पियों व बुनकरों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा सम्मान मिला है। ट्रेड फेयर 2021 में देश के कई राज्यों और दूसरे देशों की प्रदर्शनी के बीच गोल्ड हासिल कर नंबर 1 बनना बड़ी बा

शुक्रवार को ट्रेड फेयर में लोगों ने मेले में छूट का भरपूर लाभ उठाया और जमकर खरीदारी की। बता दें कि शनिवार को ट्रेड फेयर के 40वें संस्करण का आखिरी दिन है।

हमारे देश की आत्मा गांवों में निवास करती है और ऐसे में गांवों का मजबूत होना काफी जरूरी है। इसी विचार को प्रमाणित करते हुए ट्रेड फेयर में खादी पवेलियन ग्रामीणों की आत्मनिर्भरता को साबित करता हुआ दिख रहा है।

केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने ट्रेड फेयर के हॉल नंबर 11 में अपने पवेलियन में मन की बात रिकार्डिंग रूम बनाया है जहां युवा अपने संदेश प्रधानमंत्री को दे रहे हैं।

ट्रेड फेयर में बिहार पवेलियन का उद्घाटन बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने किया। उन्होंने कहा कि अब बिहार पुराना बिहार नहीं बल्कि नया बिहार बन गया है। इसीलिए हम सबसे कहते हैं कि एक बार तो आइए बिहार में।

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2021 (ट्रेड फेयर) में इस बार झारखंड पवेलियन में झारखंड माइंस एंड जियोलॉजी डिपार्टमेंट द्वारा झारंखंड के खनिजों का लाइव डेमो दिया जा रहा है।

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (ट्रेड फेयर) के 40वें संस्करण को आम जनता के लिए 19 नवंबर से खोल दिया गया। वहीं आम जनता भी मेले में वीकेंड के दिन खास दिलचस्पी लेती दिखाई दी। उसमें भी लोगों को दिल्ली में शाहजहांनाबाद री-डेवलपमेंट द्वारा चांदनी चौक के सौंदर्यीकरण का मॉडल काफी पसंद आ रहा है।

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (ट्रेड फेयर) के 40वें संस्करण में हर साल सबसे बड़ा आकर्षण सशस्त्र सेना पवेलियन होता है। लेकिन इस बार सशस्त्र सेना का पवेलियन नहीं लगा है, जिससे युवा काफी निराश हैं।

ट्रेड फेयर में 19-27 नवंबर तक आम जनता देख पाएगी मेले का भव्य रूप। बता दें कि मेले का क्षेत्रफल पहले से तिगुना हो गया है मेले का स्वरूप भी काफी भव्य दिख रहा है। हालांकि पहले के मुकाबले 20-30 फीसदी टिकट मंहगी हो गई है।

19 नवंबर से इस बार दुनिया का मेला यानि भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (ट्रेड फेयर) के 40वें संस्करण को देखने का मौका आम जनता को मिल पाएगा। 19-27 नवंबर तक आम जनता के लिए मेला देखने का सुनहरा अवसर है, जबकि 14 नवंबर से प्रारंभ हुए मेले में 18 नवंबर तक बिजनेस डेज है।

40वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (ट्रेड फेयर) में राजस्थान का पवेलियन अपने गौरवशाली इतिहास और विरासत के साथ ही आत्मनिर्भर भारत की थीम लिए निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।

ट्रेड फेयर में मास्क ना लगाने वालों की खबर सिविल डिफेंस वालंटियरों (सीडीवी) द्वारा ली जा रही है। दरअसल कुछ लोग प्रगति मैदान के गेट के अंदर प्रवेश करते ही मास्क हटाकर रख देते हैं या फिर सही तरीके से मास्क को नहीं पहनते।

इस बार ट्रेड फेयर की थीम है आत्मनिर्भर भारत। 40वें ट्रेड फेयर में 9 देशों सहित भारत के 23 राज्य व केंद्रशासित प्रदेश हिस्सा ले रहे हैं। मेले का आयोजन नवनिर्मित बिल्डिंग में किया जाएगा। जहां पार्टनर स्टेट बिहार है तो फोकस स्टेट यूपी व झारखंड है।

14 नवंबर से प्रारंभ होने वाले ट्रेड फेयर में केंद्र सरकार के 34 मंत्रालयों सहित 23 राज्य व केंद्रशासित प्रदेश शिरकत करने वाले हैं। नए आवेदकों के लिए आईटीपीओ द्वारा हेल्प डेस्क बनाया गया है। ट्रेड फेयर की थीम आत्मनिर्भर भारत रखी गई है।

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (ट्रेड फेयर) के 40वें संस्करण में इस बार काफी कुछ नया देखने को मिलने वाला है। उत्तर प्रदेश (यूपी) इस बार ट्रेड फेयर में फोकस स्टेट होगा, जोकि आत्मनिर्भर भारत थीम को प्रोजेक्ट करता पूरी तरह से दिखाई देगा।

प्रगति मैदान के नए प्रतिष्ठित आईईसीसी और मौजूदा हॉल में इस बार ट्रेड फेयर लगने का रास्ता साफ हो गया है। 14 नवंबर से 27 नवंबर 2021 तक मेले का आयोजन किया जाएगा।

दुनिया भर के बड़े मेलों में शुमार ट्रेड फेयर में भले ही अफगानिस्तान के मेवे इस बार चखने व खरीदने का मौका ना मिले। लेकिन प्रदर्शन विशाल होने वाला है। जी हाँ, बीते साल कोरोना ने ट्रेड फेयर की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया था पर इस बार भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला की तैयारी करने में आईटीपीओ जुट गया है।

देश का सबसे बडा मेला, जिसमें प्रत्येक प्रदेश व कई विदेशी देशों की उपस्थिति रहा करती थी यानि इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड (IIT) फेयर पर भी कोरोेना ने अभी प्रश्नचिहन लगा दिया है। ट्रेड फेयर का आयोजन किया जाए या नहीं इसके लिए लगातार इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन (ITPO) के उच्चाधिकारियों के बीच बैठकों का

1 फरवरी से 30 जून 2020 के दौरान जिन आयोजनों का भुगतान अभी बाकी है, उस पर भी ITPO कोई जुर्माना वसूल नहीं करेगा। ITPO का मानना है कि इससे प्रगति मैदान में बंद हो चुके आयोजनों को हरी झंडी मिल पाएगी।

37वां अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला ‘बिजनेस डे’ का शुक्रवार को आखिरी दिन रहा, आज से मेला आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। आम जनता की भीड़ को देखते हुए आईटीपीओ प्रशासन ने इस बार तैयारियां पूरी चाक चौबंद कर रखी हैं।

अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (ट्रेड फेयर) भले ही इस साल दर्शकों को सिमटा हुआ नजर आए मगर आने वाले दो साल बाद व्यापार मेले का रूप और आकार पूरी तरह बदला हुआ नजर आएगा। व्यापार मेले का यह बदलाव न केवल दर्शकों को प्रभावित करेगा बल्कि प्रदर्शकों के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होगा।

बुजुर्गों, च्च्ज्जों, महिलाओं के लिए अस्थायी तौर पर प्रगति मैदान में इस साल भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में 12 से ज्यादा स्वास्थ्य केंद्र लगाए जाएंगे।

प्रगति मैदान में वाई-फाई की सुविधा को और भी बेहतर करने के लिए कवायद शुरू की जा रही है। मैदान में नए कंवेंशन सेंटर के निर्माण के कारण कई राज्य पवेलियनों को तोड़ दिया गया है।

एग्जिबिशन और कंवेंशन सेंटर की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। आईटीपीओ की तरफ से प्लान को लागू करने के लिए इनफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है।

प्रगति मैदान के रि-डिवेलपमेंट प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा है। इसी में आईटीपीओ की तरफ से कई तैयारियां की जा रही हैं।

प्रगति मैदान में लगने वाले इंडिया इंटरनैशनल ट्रेड फेयर में इस बार आपको एंट्री टिकट के लिए भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी।