देश जब आजाद हुआ तो कई ऐसे रियासतों के राजा थे जो अलग और स्वतंत्र राज्य बनाने की मांग रखा। यानी ये सभी राजा भारत और पाकिस्तान में मिलने के लिये स्वतंत्र थे। साल 1947 में आजादी मिलने के साथ ही मुगल और अंग्रेजों का सूरज अस्त हो चुका था...
भारत का विदेशी कर्ज बढ़कर 629.1 अरब अमेरिकी डॉलर रहा: आरबीआई
केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के स्कूल दिक्कतों को दूर करने के लिए लॉन्च...
छात्रों की नृशंस हत्या : मणिपुरी के लोकप्रिय अभिनेता राजकुमार...
बिधूड़ी को चुनाव की जिम्मेदारी सौंपकर भाजपा ने नफरत को इनाम दिया:...
स्वामीनाथन को कृषि क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन के लिए सदा याद रखा...