
देश के प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीएएमएस, बीडीएस, बीएचएमएस, बीएसएमएस, बीयूएमएस आदि जैसे कोर्सों में दाखिले के लिए देश के 497 शहरों और विदेश के 14 शहरों में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा(नीट) यूजी का आयोजन किया गया। जिसमें 95 फीसद उम्मीदवारों ने परीक्षा दी।

नीट-यूजी के अनेक अभ्यर्थियों ने बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर करके अनुरोध किया है कि अधिकारियों को 17 जुलाई को होने वाली 2022 की परीक्षा स्थगित करने का निर्देश दिया जाए। मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा, न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ याचिका वीरवार के लिए सूचीबद्ध कर ली है।

मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए 17 जुलाई को आयोजित की जाने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा के लिए अब सिर्फ 4 हफ्ते बाकी हैं। 90 हजार से अधिक एमबीबीएस सीटों के लिए आयोजित हो रही इस परीक्षा की तैयारी पर नीट एक्सपर्ट अनुराग तिवारी ने कहा कि समय प्रबंधन और मॉक टेस्ट बहुत जरूरी है।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से 21 मई को प्रस्तावित नीट-पीजी परीक्षा स्थगित करने का अनुरोध किया है। अपने पत्र में आईएमए ने कहा कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातकोत्तर 2021 निर्धारित तारीख के पांच महीने बाद