
एनएसडी आजादी श्रृंखला के तहत 16 जुलाई से 14 अगस्त तक 22वें भारत रंग महोत्सव में 30 नाटकों का मंचन कर रहा है। महोत्सव के दूसरे दिन कमानी सभागार में विष्णु प्रभाकर द्वारा लिखित ‘केरल का क्रांतिकारी’ नाटक मंचित किया गया। ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ त्रावणकोर विद्रोह के बारे में यह ऐतिहासिक नाटक है।

थियेटर की दुनिया बड़ी निराली है। अभिनय, संवाद, प्रकाश, आवाज, मंच सज्जा के साथ ऊंची आवाज में डायलॉग डिलीवरी मन को रोमांचित कर देती है। संगीत के साथ दृश्य का जब मेल होता है तो दर्शक भाव-विभोर हो जाते हैं। एनएसडी ने संभवत: पहली बार तिरछा मंच बनाकर अनूठा प्रयोग किया है। पढ़िए विस्तार से...

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय(एनएसडी) में 26 मई से हेनरिक लिब्सन द्वारा लिखित ए डॉल्स हाउस नाटक का 4 दिवसीय मंचन शुरू हो गया है। ए डॉल्स हाउस यानि गुड़ियाघर के मंचन के पहले दिन 336 लोगों ने ये नाटक देखा। पूरा हॉल दर्शकों से खचाखच भरा रहा। यहां पढ़िए गुड़ियाघर की पूरी कहानी...

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय(एनएसडी) में 26 मई से हेनरिक लिब्सन द्वारा लिखित ए डॉल्स हाउस नाटक का मंचन किया जाएगा। यह नाटक मंचन अमितेश ग्रोवर के निर्देशन में आयोजित होगा। जिसमें अंतिम वर्ष के छात्र प्रस्तुति देंगे। 26 से 29 मई तक शाम 7 बजे और 28 से 29 मई तक दोपहर 3.30 बजे से होगा नाटक मंचन।

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय(एनएसडी) में भारत रंग महोत्सव(भारंगम) को जून 2022 में आयोजित किया जाएगा। जिसमें आप भारत रंग महोत्सव को एक नए अंदाज में देखेंगे। इस वर्ष कोई विदेशी प्ले आयोजित नहीं किया जाएगा। विदेशी प्ले के स्थान पर 14 भारतीय नाटकों को जगह दी गई है।

एनएसडी में रविवार को महाकवि कालिदास द्वारा लिखित अभिज्ञानशाकुन्तलम् पर 3 दिवसीय नाट्य श्रृंखला की अभिमंच सभागार में शुरूआत हुई। नाटक के दौरान दुश्यंत बने पराग बरुआ, शकुंतला बनीं रीता देवी के किरदारों ने दर्शकों को काफी प्रभावित किया। मंचन के दौरान दुर्वासा के श्राप और शकुंतला का राजा दुष्यंत को भूल

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) में नए कार्यवाहक निदेशक की नियुक्ति कर दी गई है। इस पद पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में कलानिधि विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. रमेश चंद्र गौड़ को नियुक्त किया गया है। प्रो. गौड़ 2009 से लेकर 2010 तक आईजीएनसीए में कला कोष विभाग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

कोविड 19 की तीसरी लहर बीतने के बाद तेजी से ठीक हो रही परिस्थितियों को देखते हुए राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने ने अकादमिक सत्र को शुरू करने की तैयारी कर ली है...

नेशनल मिशन ऑन कल्चरल मैपिंग (एनएमसीएम) संस्कृति मंत्रालय की एक प्रशासित योजना है। जिसकी अवधारणा संस्कृति मंत्रालय, अन्य मंत्रालयों और राज्यों में सांस्कृतिक संगठनों से एकत्रित कलाकारों, कला रूपों और अन्य संसाधनों का एक व्यापक डेटा बेस विकसित करना है।