
नई दिल्ली,(टीम डिजिटल):दिल्ली से सटे नोएडा के
जिला अस्पताल की ओपीडी में जाने से पहले मरीजों की एंटीजन जांच की जा रही है ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों को अलग किया जा सके। इस तरीके से संक्रमण के खतरे को भी कम किया जा रहा है।

तीन केंद्रीय अस्पतालों में मरीजों के लिए सेवाएं सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी प्रभावित हुईं, क्योंकि नीट पीजी-2021 की काउंसङ्क्षलग बार-बार स्थगित करने के विरोध में इन अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में सेवाएं प्रदान नहीं की। राममनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल), सफदरजंग और ल

तीन केंद्रीय अस्पतालों - आरएमएल, सफदरजंग और लेडी हाॢडंग - के रेजिडेंट डॉक्टरों ने नीट-पीजी 2021 काउंसङ्क्षलग आयोजित करने में बार-बार हो रही देरी के विरोध में बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) की सेवाएं शनिवार को रोक दीं। यह कदम फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) द्वारा 27 नवंबर से अस्पतालों में ओ

सरकार, स्थानीय प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और सामाजिक संगठनों की निरंतर अपील के बावजूद कुछ नागरिक अभी भी कोरोनारोधी टीकाकरण के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। वह खुद के साथ-साथ दूसरों की जान को भी जोखिम में डाल रहे हैं। यदि जल्द ही इनके द्वारा टीकाकरण नहीं कराया गया और वह सरकारी चिकित्सा सुविधा का लाभ लेना चाह