
कनाडा ने सोमवार को आक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोविड-19 टीका 55 साल से कम उम्र के लोगों को लगाने पर रोक लगा दी। सरकार ने यह फैसला इस आयु वर्ग के लोगों में खून के थक्के जमने की दुलर्भ घटना का संबंध टीके की वजह से होने की आशंका

विश्व भर में कोरोना वायरस अपना कहर बरपा रहा है। ऐसे में इस वायरस को रोकने के लिए कई देशों ने वैक्सीन बना ली है। इस बीच खबर है कि ब्रिटेन ने ऑक्सफोर्ड और एस्ट्रोजेनिका की वैक्सीन को ''इमरजेंसी इस्तेमाल'' के लिए मंजूरी दे दी है...

देश भर में कोरोना वायरस का कहर थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है। तमाम देश इस वायरस के खात्मे के लिए वैक्सीन बनाने को लेकर लगातार प्रयास कर रहे हैं। वहीं कुछ देशों ने वैक्सीन तैयार भी कर ली है और इमरजेंसी यूज की परमिशन मांग रहे है...

दुनिया में हर दिन कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में कुछ वैक्सीन से उम्मीदें बढ़ती जा रहा है। लेकिन अभी कोई ऐसी वैक्सीन नहीं है जो 100 फीसदी असरदार हो। वैज्ञानिकों का कहना है...

भारत में कोरोना वायरस के मरीज 74 लाख के पार जा चुके हैं और अब हर किसी को कोरोना वैक्सीन का इंतज़ार है।

ऑक्सफोर्ड (Oxford) विश्वविद्यालय ने कहा है कि औषधि कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ कोरोना वायरस (Coronavirus) का टीका विकसित करने के लिए परीक्षण को वह बहाल करेगा। ब्रिटेन (Briten) में एक मरीज में टीका का दुष्प्रभाव सामने आने के बाद परीक्षण को रोक दिया गया था...

दुनियाभर के कई देशों में कोरोना वैक्सीन बनाई जा रही है, जबकि रूस, चीन, इजराइल, अमेरिका और भारत में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल भी चल रहे हैं।