
ऑपरेशन आक्टोपस के जरिए देश भर में पीएफआई के दफ्तर में छापे, गिरफ्तारियों के बाद उस पर 5 साल के प्रतिबंध के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने प्लान- बी बनाया है। प्लान- बी के तहत अब न तो पीएफआई का नाम बदला जा सकेगा, और न ही आवरण बदलकर नई गतिविधियां शुरू की जा सकेंगी।

आपरेशन आक्टोपस के बाद सरकार का प्लान-बी, नहीं बदल पाएगा पीएफआई अपना चेहरा,
न मिलेगी नई पहचान,
एडवाइजरी: ट्रैकिंग पर 150 से ज्यादा लोग, दिल्ली के कई नाम शामिल
संजीव यादव

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगाने के लिए बुधवार को केंद्र की सराहना की और इस कदम का विरोध करने वालों की निंदा करते हुए उन्हें भारत विरोधी बताया।

१९९३ में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद केरल में स्थापित हुआ एनडीएफ जल्द ही देश में कथित तौर पर आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गया। २००६ में यह पीएफआई के नाम से जाना जाने लगा। फिर तीन दशकों के भीतर इसने १७ राज्यों में कार्यालय और २२ राज्यों में अपना प्रभाव स्थापित किया। २०१० में शिक्षक के हाथ काटने से ल

सरकार सख्त अब ऐसा चलेगा पीएफआई व प्रतिबंधित संगठनों परचाबूक
पीएफआई पर अब डिजिटल स्ट्राइक, बंद होंगी सभी वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स

ऑपरेशन ऑक्टोपस : पीएम मोदी की रैली में विस्फोट और दिल्ली दंगों पर लिखी पीएफआई की स्क्रिप्ट बनी आधार
पीएफआई २०४७ में न्यू इंडिया के नाम से तैयार किया था ब्लूप्रिंट,एक विशेष समुदाया का होगा वह देश
मारे गए छापे में मिला ब्लूप्रिंट और बुकलेट,जिसे पीएफआई अपने सदस्य को देता था
बैन के बाद बदला पीएफआई ने