
कांग्रेस के लिए सोमवार का दिन एक और ऐतिहासिक दिन बना। करीब 22 साल बाद हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में करीब 96 फीसद मतदाताओं ने वोट किया। इस आंकड़े को कांग्रेस की मौजूदा स्थिति में संभावित बदलाव के प्रति मतदाताओं के उत्साह का नतीजा माना जा रहा है, जिसे लेकर मतदान से पहले सोनिया गांधी ने

राजस्थान के मुख्मयंत्री अशोक गहलोत की मंशा पर पानी फिरता दिख रहा है। पार्टी अध्यक्ष निर्वाचित हुए तो उन्हें राजस्थान के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोडऩी होगी। पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी ने वीरवार को ‘एक व्यक्ति, एक पद’ पर जोर देते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ‘उदयपुर चिंतन शिविर’ में तय हुई व्यवस

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होने से एक दिन पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सोनिया गांधी से मुलाकात ने पार्टी की अंदरूनी सियासत गरमा दी है। करीब दो घंटे तक उनके बीच विमर्श चला। इस मुलाकात के बाद गहलोत के अध्यक्ष पद पर चुनाव लडऩे की संभावना बढ़ गई है। पार्टी के सांसद शशि थ

कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव की तिथियां जैसे-जैसे करीब आ रही हैं, ‘कन्फ्यूजन’ भी बढ़ता जा रहा है। एक तरफ, कांग्रेस सांसद शशि थरूर चुनाव लडऩे को खम ठोक रहे हैं तो उनसे मुकाबले के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मैदान में आने के संकेत मिल रहे हैं। वहीं, कांग्रेस की प्रदेश इकाइयों से राहुल

भारत के अगले उपराष्ट्रपति के चयन के लिए मतदान शनिवार पूर्वाह्न 10 बजे शुरू हो गया। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले वोट डालने वाले सांसदों में शामिल थे।

कुछ ही दिनों में हमारे गणतंत्र के लिए अगले राष्ट्रपति का चुनाव संपन्न हो जाएगा। हम देख रहे हैं कि कैसे समग्र राष्ट्र ने इस सम्मानित पद के लिए श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी की उम्मीदवारी की मुक्त कंठ से सराहना की है। उनकी उम्मीदवारी ने समाज के विभिन्न वर्गों में परस्पर सद्भाव, सहयोग एवं उत्थान की दिशा मे

देश के 15वें राष्ट्रपति के लिए चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। संसद भवन और राज्य की विधानसभाओं में वोटिंग चल रही है। राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा के बीच मुकाबला है। मतदान 10 बजे आरंभ हुआ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले मतदान किया। मतद

कभी आपने सोचा है कि 2004 के बाद से चार लोकसभा चुनावों और 127 विधानसभा चुनावों में इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति, राज्यसभा के सदस्यों और राज्य विधान परिषदों के सदस्यों के चुनाव में इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता?