राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को होने जा रहे चुनाव में विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को राहुल गांधी और शरद पवार समेत कई प्रमुख विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया।
ओडि़शा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) द्वारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किए जाने की घोषणा के साथ ही राष्ट्रपति चुनाव में केंद्र में सत्ताधारी गठबंधन की जीत की राह आसान हो गई है। इसके
पहले शरद पवार, फिर फारूक अब्दुल्ला और अब महात्मा गांधी के पौत्र गोपाल कृष्ण गांधी, तीनों ने उत्साही विपक्ष के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है। राष्ट्रपति पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होने के तत्काल बाद विपक्ष में
ओडिशा में सिंचाई और बिजली विभाग में एक कनिष्ठ सहायक से लेकर भाजपा के नेतृत्व वाले राजग की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार नामित होने तक का सफर आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू के लिए बेहद लंबा और मुश्किल सफर रहा है। निर्वाचित होने पर मुर्मू आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाली भारत की पहली राष्ट्रपति हों
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित 13 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम पर सहमति जतायी है। पार्टी ने मंगलवार को एक संयुक्त बयान में यह जानकारी दी। राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार पर फैसला करने के लिए राष्
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