
विभिन्न राज्यों के कई विधायकों ने अपने दलों के रुख के विपरीत जाकर राष्ट्रपति पद के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया और उन्हें विपक्षी खेमे के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को पराजित करने में मदद की।

राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने अपनी हार को स्वीकार करते हुए मुर्मु को बधाई दी है। निर्वाचन अधिकारी पी. सी. मोदी ने पहले दौर की मतगणना के बाद बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की ओर से घोषित संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस मौके पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, राकांपा नेता शरद पवार समेत तमाम विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे। लेकिन टीएमसी और आम आदमी पार्टी शामिल नहीं हुई। हालांकि अल्वा ने सभी दलो

भारत के नये उपराष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए आगामी छह अगस्त को होने वाले चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने सोमवार को नामांकन दाखिल कर दिया।

कुछ ही दिनों में हमारे गणतंत्र के लिए अगले राष्ट्रपति का चुनाव संपन्न हो जाएगा। हम देख रहे हैं कि कैसे समग्र राष्ट्र ने इस सम्मानित पद के लिए श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी की उम्मीदवारी की मुक्त कंठ से सराहना की है। उनकी उम्मीदवारी ने समाज के विभिन्न वर्गों में परस्पर सद्भाव, सहयोग एवं उत्थान की दिशा मे

देश के 15वें राष्ट्रपति के लिए चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। संसद भवन और राज्य की विधानसभाओं में वोटिंग चल रही है। राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा के बीच मुकाबला है। मतदान 10 बजे आरंभ हुआ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले मतदान किया। मतद

कभी आपने सोचा है कि 2004 के बाद से चार लोकसभा चुनावों और 127 विधानसभा चुनावों में इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति, राज्यसभा के सदस्यों और राज्य विधान परिषदों के सदस्यों के चुनाव में इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता?