
सड़कों पर बिना पीयूसी 17 लाख से ज्यादा वाहन दौड़ रहे, कार्रवाई के निर्देश।

पीयूसी बनवाएं, नहीं तो जेब मेें 10 हजार लेकर चलें।

दिल्ली सरकार ने बीते अक्तूबर महीने में प्रदूषण फैलाने वाली गाडिय़ों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया और आंकड़े सामने आए हैं कि अक्तूबर से लेकर इस महीने मार्च की 10 तारीख तक 35 लाख से ''यादा प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसी) बनाए गए और सबसे ज्यादा चालान भी हुए हैं।

आने वाले समय में अगर आपके पास वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसी) नहीं होगा तो पेट्रोल पंप पर आप गाड़ी में पेट्रोल-डीजल नहीं भरवा पाएंगे। दिल्ली सरकार जल्द इस बारे में नियम को लागू करेगी।

दिल्ली सरकार जल्द ही पेट्रोल पंपों पर ईंधन भरने के लिए पीयूसी प्रमाणपत्र अनिवार्य करेगी। इस मसौदे को अधिसूचित करने से पहले जनता की राय के लिए रखा जाएगा।

दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए परिवहन विभाग ने प्रदूषण फैलाने वाली गाड़ियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। प्रदूषण को रोकने की मुहिम के तहत पेट्रोल पंपों पर प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र यानी पोल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफेकेट (पीयूसी) की जांच की जा रही है।

दिल्ली में बगैर प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसीसी) वाले वाहनों के खिलाफ सख्ती का असर दिखने लगा है। परिवहन विभाग की सख्ती के बाद अक्तूबर में आठ लाख से अधिक पीयूसी प्रमाणपत्र बने हैं।

वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसीसी) के बगैर वाहन चलाने वालों की अब खैर नहीं है। अब आपको अपने वाहन में ईधन डलवाते समय पेट्रोल पंप पर पीयूसी दिखानी होगी। वैध पीयूसी नहीं होने पर 10 हजार रूपए का चालान कटेगा। इसके तहत दिल्ली के विभिन्न पेट्रोप पंपों के आसपास परिवहन विभाग की इंफोर्समेंट टीमों को ल

प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर परिवहन विभाग ने कार्रवाई और तेज कर दी है। इसी के साथ विभाग ने 13 लाख वाहन मालिकों को मोबाइल फोन पर मैसेज भेजकर पीयूसी बनवाने के लिए कहा है। इन वाहन मालिकों ने पीयूसी की वैधता समाप्त होने के बावजूद अभी तक पीयूसी नहीं बनवाई है।

वाहन का वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र लेकर नहीं निकलेंगे तो संभव है कि आपका लाइसेंस तक निलंबित हो जाए। दिल्ली सरकार ने कहा है कि तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस
निलंबित होने समेत दंडात्मक कार्रवाई से बचने के लिए वाहन मालिक वैध पीयूसी लेकर निकलें।

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