कोरोना संक्रमण की चपेट में आने वाले लोग गंभीर स्थिति में भले ना हो और अधिकांश मरीज होम आइसोलेशन में ही रह कर स्वस्थ हो रहे है। लेकिन, जिला स्वास्थ्य विभाग मरीजों को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरतनी चाहता है। संक्रमित मरीजों की संख्या बढने के बाद से स्वास्थ्य विभाग ने जिले के अस्पतालों में बेड आरक्षित कर
जिले में बुखार व डेंगू मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जिसके चलते अब सरकारी अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए पूर्व में रिजर्व बेड भी कम पड़ रहे है। जिसके बाद बेडों की संख्या बढ़ाई जा रही है। इसके अलावा बेड के लिए अधिक मारामारी न हो, मरीजों को आराम पडऩे पर उन्हें तुरंत डिस्चार्ज
दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल सरकार के उस फैसले पर रोक लगा दी है जिसमें निजी अस्पतालों को 80 प्रतिशत आईसीयू बेड्स कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित करने को कहा गया था...
मोदी के नेतृत्व में देश को बर्बाद करने की कोशिश की जा रही है: केजरीवाल
राहुल को अयोग्य ठहराना लोकतंत्र के लिए ‘काला दिन', कानूनी लड़ाई...
मानहानी केस में सजा के बाद राहुल गांधी की संसद की सदस्यता खत्म
special report: हंगामे के बीच ‘शेर ओ शायरी' से राज्यसभा का माहौल बना...
विकास योजनाओं की सौगात देने वाराणसी पहुंचे PM मोदी