महिलाएं हमेशा परिवर्तन की अनुगामी रही हैं और दुनिया में जो भय फैला है, उससे लडऩे के लिए उनकी सजगता हमेशा एक हथियार रही हैं। यह बात साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित किए जा रहे साहित्योत्सव के समापन कार्यक्रम साहित्य और स्त्री सशक्तिकरण में उद्घाटन वक्तव्य देते हुए अंग्रेजी लेखिका ममंग दई ने कही।
अडाणी मुद्दे पर ‘जवाब नहीं देने' के लिए प्रधानमंत्री मोदी पर विपक्षी...
अडानी का नाम लिए बगैर PM मोदी ने कविताओं के जरिए राहुल और विपक्ष पर...
क्या ‘अच्छे दिन' आ गए और फिर ‘अमृतकाल' शुरू हो गया : तृणमूल...
अडाणी को हवाई अड्डे देने के खिलाफ नीति आयोग की अनुशंसाओं को नजरअंदाज...
पीएम मोदी के भाषण के बाद अधीर रंजन चौधरी बोले- राहुल गांधी का तीर सही...