कोरोना महामारी का दूसरा चरण दुनियाभर में देखने को मिल रहा है। इस बार ये चरण पहले से कहीं ज्यादा खतरनाक और गंभीर माना जाना रहा है।
कोरोना वायरस की दवा बनाने के लिए न सिर्फ दवाओं का बल्कि लैब में प्रयोग किए जाने वाले यंत्रो का भी इंजीनियरिंग जानकर निर्माण कर रहे हैं। दवाओं/वैक्सीन और खोजों को पूरा करने के लिए कई तरह के माइक्रो-मीनी यंत्रों का लैब में इस्तेमाल किया जाता है।
दुनिया भर में तबाही मचा रहे कोरोना वायरस को लेकर हाल ही में एक बड़ा खुलासा हुआ है। फ्रांस के वायरोलॉजिस्ट और मेडिसिन नोबेल पुरस्कार विजेता ल्यूक मॉन्टैग्नियर ने दावा किया है...
बंगाल में त्रिशंकु विधानसभा होने की स्थिति में ममता राजग से मिला सकती...
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