
आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता स्टेन स्वामी की मृत्यु को एल्गार परिषद मामले में गिरफ्तार अन्य आरोपियों के परिवार के सदस्यों और मित्रों ने एक ‘‘संस्थागत हत्या’’ करार देते हुए मंगलवार को कहा कि वे इसके लिए लापरवाह जेलों, उदासीन अ

84 वर्षीय आदिवासी नेता स्टेन स्वामी की मृत्यु पर विपक्षी दलों ने नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर महबूबा मुफ्ती ने स्टेन स्वामी की मौत पर अफसोस जाहिर किया है। बता दें कि ऐल्गार परिषद माओवादी संबंध मामले में आरोपी, जेसुइट पादरी स्टेन स्वामी की

एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में आरोपी पादरी स्टैन स्वामी का एक अस्पताल में निधन हो गया। स्वामी का जिस अस्पताल में उपचार चल रहा था, उसके एक अधिकारी ने बंबई उच्च न्यायालय को सोमवार को इस बारे में बताया।

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की एक विशेष अदालत ने यहां एल्गार परिषद-माओवादी संपर्क मामले में गिरफ्तार आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता स्टैन स्वामी को सोमवार को जमानत देने से इनकार कर दिया। अतिरिक्त सत्र अदालत के न्यायाधीश डीई को

एल्गार परिषद के कथित माओवादी संबंध मामले में गिरफ्तार 82 वर्षीय मानवाधिकार कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी को यहां की एक विशेष एनआईए अदालत ने 23 अक्टूबर तक के लिये शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। स्वामी को