देश में प्रभावशाली नेताओं की हत्या करना,बड़ी रैलियों में धमाके को अंजाम देना और पंजाब सहित दिल्ली में खालिस्तानी गतिविधियों को बढ़ाना लश्कर ए तैयबा व आईएसआई का मंसूबा था। इसी के लिए लश्कर ए तैयबा ने अपने हैंडलर को दिल्ली में भेजा था।
जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर आतंकी हमले लगातार जारी हैं। जम्मू कश्मीर के शोपियां में शनिवार को आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित की गोली मारकर हत्या कर दी। इसको के बाद कानून-व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठने शुरु हो गए हैं।
सेना ने बुधवार को कहा कि जम्मू में शांति भंग करने की पाकिस्तान की नापाक कोशिश को नाकाम कर दिया गया है। सेना के मुताबिक राजौरी के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर 48 घंटों में आतंकियों द्वारा घुसपैठ की दो कोशिशों को सफलता पूर्वक नाकाम कर दिया गया। सेना की 80 इन्फैंट्री ब्रिगेड के कमांड
जम्मू- कश्मीर के राजौरी जिले में सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास आतंकवादियों के एक समूह की घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी और इस दौरान दो आतंकवादी मारे गए। रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
जम्मू- कश्मीर के राजौरी जिले में बृहस्पतिवार को तड़के दो आतंकवादियों ने सेना के एक शिविर पर ‘फिदायीन’ हमला किया जिसमें तीन जवान मारे गए। चार घंटे तक चली गोलीबारी के बाद दोनों आतंकवादियों को मार दिया गया।
जम्मू- कश्मीर के बडगाम में सुरक्षाबलों के साथ चल रही मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के हिट स्क्वाड द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के तीन आतंकवादियों को घेर लिया गया है, जिसमें मई में कश्मीरी पंडित राहुल भट की हत्या में शामिल लतीफ राठेर भी शामिल है। भट एक सरकारी कर्मचारी था।
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