
भारत और यूरोपियन देशों के विश्वविद्यालयों के बीच भी गठजोड़ की दरकार है तभी संस्कृति एवं विचारधारा के स्तर पर एकीकरण हो पाएगा। उक्त बातें गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी (आईपीयू) के कुलपति पद्मश्री प्रो. (डॉ.) महेश वर्मा ने कही। बता दें कि आईपीयू द्वारा भारतीय और यूरोपियन देशों के परिपेक्ष म

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की कुलपति शांतिश्री धुलिपुडि़ पंडित ने रविवार को कहा कि विवि.1947 के विभाजन का गहराई से अध्ययन करने के लिए एक केंद्र स्थापित करने की योजना बना रहा है। जिसके लिए जेएनयू विश्वविद्यालय अनुदान आयोग(यूजीसी) और शिक्षा मंत्रालय को प्रस्ताव भेजेगा।

जेएनयू कुलपति शांतिश्री धुलीपुडी पंडित ने एनआईआरएफ रैंकिंग में विश्वविद्यालय को दूसरा स्थान मिलने का श्रेय सम्मिलित रूप से काम करने को दिया। उन्होंने कहा कि एक विषय पर केंद्रित संस्थानों में उस तरह की समस्याएं नहीं होती हैं, जैसे कि विश्वविद्यालयों में होती हैं। इसलिए आईआईएससी और जेएनयू की तुलना नही

केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए इस साल से शुरू की गई नई दाखिला नीति के तहत दाखिले के लिए विद्यार्थियों द्वारा भारी संख्या में आवेदन किए हैं। ऐसे में सभी कक्षाओं के लिए विषयों की अधिक संख्या को देखते हुए प्रत्येक आवेदक के लिए विशिष्ट डेटसीट बनाई गई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए डीयू कुलपति प्रो.

गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी (आईपीयू) के नए छात्र कल्याण निदेशालय कार्यालय का रविवार को उद्घाटन किया गया। बीते तीने महीने से कार्यालय को बनाया जा रहा था जोकि बिल्कुल नए लुक में सामने आया है। इसका उद्घाटन कुलपति पद्मश्री प्रो. डॉक्टर महेश वर्मा ने किया।

जेएनयू में 22 जून को सेंटर फॉर पॉलिटिकल साइंस का एक एफफिल छात्र एसएसएस-1 के पीछे की उबड़ खाबड़ सडक़ पर व्हील चेयर से नीचे गिर गया था। जिसके बाद आईसा प्रेसीडेंट आदर्श कुमार और सचिव मधुरिमा ने कुलपति शांति श्री धुलिपुडि़ पंडित से पीडब्ल्यूडी छात्रों को आ रही समस्याओं का निदान करने की मांग की है।

डीयू के एनसीवेब इंस्टिट्यूट के लिए उस समय गौरव का पल रहा जब एनसीवेब की दृष्टिबाधित छात्रा आयुषी डबास ने यूपीएससी के परिणाम में ओवरऑल 48वां स्थान प्राप्त किया। आयुषी को डीयू वीसी प्रो. योगेश सिंह, डीन प्रो. बलराम पाणी, रजिस्ट्रार डॉ. विकास गुप्ता व एनसीवेब की डायरेक्टर प्रो. गीता भट्ट ने सम्मानित किय